पीसीएम इंजेक्शन का उपयोग चक्कर आना, माइग्रेन और पाचन तंत्र के रोगों जैसी विभिन्न स्थितियों के कारण जी मिचलाना और उल्टी आने के इलाज के लिए किया जाता है। इसमें मेटोक्लोप्रमाइड होता है, जो पेट को जल्दी खाली करने में मदद करता है और जी मिचलाना को रोकता है। इसके अलावा, पीसीएम इंजेक्शन ऑपरेशन के बाद रोगियों में जी मिचलाना और उल्टी रोकने के लिए किया जा सकता है। पीसीएम इंजेक्शन का उपयोग तेज माइग्रेन के इलाज के लिए ऑफ- लेबल भी किया जाता है। यह तेज जी मिचलाना और उल्टी रोकने के लिए एक प्रभावी सहायक एजेंट के रूप में कार्य करता है और तेज माइग्रेन में सिरदर्द को तेजी से कम करता है।
पीसीएम इंजेक्शन के संयोजन में मेटोक्लोप्रमाइड हाइड्रोक्लोराइड (5 मिलीग्राम) शामिल हैं।
पीसीएम इंजेक्शन उपयोग दौरे के विकार, पार्किंसंस रोग (तंत्रिका तंत्र का विकार) या डिप्रेसन (अवसाद) होने वाले रोगियों में सावधानी के साथ किया जाना चाहिए, क्योंकि यह इन स्थितियों को और खराब कर सकता है। इसका उपयोग पाचन तंत्र में रुकावट, छिद्र या रक्तस्राव होने वाले रोगियों में नहीं किया जाना चाहिए।