Last updated on : 09 Nov, 2025
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क्या आप जानते हैं, वायरल बुखार (Viral Fever) क्यों होता है? बदलते मौसम के साथ बीमारियों और संक्रमण का बढ़ना कोई बड़ी बात नहीं है। खासकर मानसून और सर्दियों में जब मौसम में अचानक बदलाव होता है। मानसून के समय देश भर में मौसमी फ्लू के मामले लगातार बढ़ने शुरू हो जाते हैं और वायरल फीवर के मरीजों की संख्या काफी बढ़ जाती है। मानसून के समय में जगह-जगह पानी जमने से बैक्टीरिया और वायरस पनपने लगते हैं और वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इस ब्लॉग में आज हम जानेंगे वायरल बुखार के लक्षण, कारण, निदान और प्रभावी घरेलू उपचार, जिनकी पुष्टि आयुर्वेद (Ayurveda) और आधुनिक चिकित्सा में हुई है।
वायरल बुखार एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर का तापमान सामान्य से ऊपर चला जाता है और इसके साथ कई प्रकार के लक्षण भी दिखते हैं। यह विभिन्न प्रकार के वायरस के कारण होता है और किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। वायरल बुखार आमतौर पर हल्का (mild) होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर भी हो सकता है।
वायरल बुखार के सामान्य लक्षणों में खांसी, ज़ुकाम, शरीर में दर्द या ऐठन, कमजोरी, और कभी-कभी गले में खराश या सिरदर्द शामिल हो सकते हैं।
वायरल संक्रमण के सामान्य तरीके, जो आगे चलकर वायरल बुखार का कारण बन सकते हैं, मुख्यतः श्वसन (respiratory) और प्रत्यक्ष संपर्क (direct contact) के माध्यम से होते हैं (CDC, 2023) [4]:
जब बुखार किसी वायरल संक्रमण की वजह से होता है, तो उसे वायरल बुखार कहते हैं। यह कैसे होता है, इसको जानने से पहले हमें वायरल फीवर के लक्षणों के बारें में समझना होगा (NHS, 2021) [1]:
वायरल बुखार विषाणुजनित संक्रमण (viral infection) के कारण होता है। यह आमतौर पर हानिकारक नहीं होता और यह कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है। वायरल बुखार के कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित हैं:
वायरल बुखार का निदान आमतौर पर क्लिनिकल मूल्यांकन (clinical evaluation) और लैबोरेटरी परीक्षणों के संयोजन से किया जाता है। डॉक्टर रोगी के लक्षण, चिकित्सा इतिहास और शारीरिक जांच के आधार पर प्रारंभिक निदान करते हैं (Brown & Finnegan, 2020) [5]। इसके बाद संक्रमण के कारण वायरस की पहचान के लिए ब्लड टेस्ट (Blood Test), थ्रोट स्वैब (Throat Swab), या श्वसन सैंपल (Respiratory Sample) की जांच की जा सकती है।
वायरल बुखार के निदान के लिए विभिन्न प्रकार की फ़ीवर प्रोफ़ाइल टेस्टिंग (Fever Profile Testing) उपलब्ध है, जिनमें शामिल हैं:
घरेलू उपचार (Home remedies) वायरल बुखार से जुड़े लक्षणों को कम करने और प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं, लेकिन ये किसी भी चिकित्सकीय उपचार का विकल्प नहीं हैं।
तुलसी में शक्तिशाली जीवाणुरोधी, कीटाणुनाशक और एंटीबायोटिक गुणों के साथ-साथ एंटीवायरल गुण भी होते हैं, जो संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं (Paidi et al., 2021) [6]।
प्रयोग: तुलसी के 5-7 ताज़े पत्तों को एक कप पानी में उबालें और इसका काढ़ा पीने से बुखार कम करने में मदद मिल सकती है।
दालचीनी में सिनामल्डिहाइड (cinnamaldehyde) नामक सक्रिय यौगिक होता है, जिसमें सूजनरोधी (anti-inflammatory) और एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) गुण होते हैं (Błaszczyk et al., 2021) [7]। इसके सेवन से सर्दी-जुकाम, गले में दर्द, खांसी जैसी समस्याओं में सहायक हो सकता है।
प्रयोग: एक कप पानी में एक चुटकी दालचीनी पाउडर या एक इंच दालचीनी का टुकड़ा उबालकर चाय की तरह सेवन करें।
अजवाइन को विशप वीड्स या कैरम के रूप में भी जाना जाता है। इसमें मौजूद थाइमोल (Thymol) के कारण इसके सेवन से पाचन (digestion) में सुधार और बुखार के दौरान मांसपेशियों के दर्द में राहत मिल सकती है।
प्रयोग: एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच अजवाइन डालकर पीने से बुखार में राहत मिल सकती है।
अदरक में जिंजेरोल्स (gingerols) होते हैं, जिनमें शक्तिशाली सूजनरोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं (Bode & Dong, 2011) [8]। यह उबकाई (nausea) और गले की खराश को शांत करने में विशेष रूप से सहायक है।
प्रयोग: सूखी अदरक (सोंठ) या ताज़ी अदरक को पानी में उबालकर काढ़ा बना लें और इसे पीने से बुखार और अन्य लक्षण कम होते हैं।
हल्दी में सक्रिय यौगिक करक्यूमिन (curcumin) होता है, जिसमें मजबूत एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीवायरल गुण होते हैं।
प्रयोग: गर्म दूध में हल्दी और एक चुटकी सूखी अदरक का पाउडर मिलाकर पीने से प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) मजबूत होती है और बुखार कम करने में मदद मिलती है।
शहद और नींबू का मिश्रण गले को आराम पहुंचाता है। नींबू विटामिन सी का अच्छा स्रोत है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
प्रयोग: गर्म पानी में शहद और नींबू मिलाएं और इस मिश्रण को पीएं।
बुखार उतरने के बाद अक्सर हम थका हुआ और कमजोर महसूस करते हैं। यह बिल्कुल स्वाभाविक है क्योंकि बीमारी के दौरान शरीर काफी ऊर्जा खो देता है। उपचार के बाद उचित पोषण से आप जल्दी ही अपनी पुरानी चुस्ती-फुर्ती वापस पा सकते हैं।
विशेषज्ञ की राय (Expert Quote)
वायरल फीवर एक सामान्य प्रकार का संक्रमण होता है जो अधिकांश मामलों में अपने आप ठीक हो जाता है। हालांकि, सही जानकारी और उचित देखभाल से बीमारी से जल्दी उबरना संभव है। हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि शरीर में हो रहे बदलावों को समझें और यदि कोई गंभीर लक्षण (severe symptoms) दिखें तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें। बुखार कम करने के लिए पैरासिटामोल (Paracetamol) जैसी दवाएं उपयोगी होती हैं, लेकिन एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) वायरल संक्रमण पर असर नहीं डालते, क्योंकि वे बैक्टीरिया के खिलाफ काम करते हैं। साथ ही, विटामिन C से भरपूर फल खाने और पर्याप्त आराम करने से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है, जिससे रिकवरी में सहायता मिलती है।
– Dr. Kavya Rejikumar
महत्वपूर्ण चेतावनी (Disclaimer)
घरेलू उपचार (Home remedies) वायरल बुखार से जुड़ी असुविधाओं से राहत पाने में मददगार हो सकते हैं, लेकिन यह लेख केवल जानकारीपूर्ण उद्देश्यों (informational purposes) के लिए है। यह किसी भी तरह से चिकित्सकीय सलाह (medical advice), निदान (diagnosis) या उपचार (treatment) का विकल्प नहीं है। यदि आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को लगातार बुखार, सांस लेने में कठिनाई, छाती में दर्द, या अन्य गंभीर लक्षण हैं, तो बिना देरी किए किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ या चिकित्सक से संपर्क करें। स्व-निदान (Self-diagnosis) या स्व-उपचार (self-treatment) से बचें।
आमतौर पर वायरल फीवर के लक्षण 3-5 दिनों तक रहते हैं, लेकिन पूरी तरह ठीक होने में 7 से 10 दिन तक का समय लग सकता है।
वायरल बुखार के लक्षणों में बुखार, गले में खराश, नाक बहना, शरीर में दर्द और थकान शामिल हैं। यदि आपको ये लक्षण हैं और आपने हाल ही में किसी बीमार व्यक्ति के संपर्क में आए हैं, तो यह वायरल बुखार हो सकता है। हालांकि, निश्चित निदान के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।
ठंड लगकर बुखार आना कई तरह की बीमारियों का लक्षण हो सकता है, जिसमें वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण दोनों शामिल हैं। यह मलेरिया (Malaria) जैसी बीमारियों का भी संकेत हो सकता है, जिसके लिए तत्काल चिकित्सा जांच आवश्यक है।
वायरल बुखार के लिए एंटीबायोटिक्स काम नहीं करते। आमतौर पर, डॉक्टर बुखार कम करने के लिए पैरासिटामोल (Paracetamol) या इबुप्रोफेन (Ibuprofen) जैसी दवाएं सुझाते हैं। दवा लेने से पहले हमेशा डॉक्टर से सलाह लें।
वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण के लक्षण अक्सर समान होते हैं। निश्चित रूप से पता लगाने के लिए, आपको डॉक्टर से मिलना होगा। वे आपके लक्षणों और मेडिकल इतिहास के आधार पर रक्त परीक्षण (Blood tests) या अन्य परीक्षण कर सकते हैं।
कोई एक फल बुखार को पूरी तरह से ठीक नहीं कर सकता। हालांकि, संतरा, अंगूर, मौसमी और बेरीज़ (berries) जैसे फल विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने और रिकवरी में मदद कर सकते हैं।
[1] एनएचएस. (2021). वयस्कों में बुखार (Fever in adults). राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा. https://www.nhs.uk/conditions/fever-in-adults/
[2] कुमार, एस., और सिंह, पी. (2020). वायरल संक्रमण जो ज्वर रोग का कारण बनते हैं: रोगजनन और चिकित्सीय दृष्टिकोण (Viral infections causing febrile illness: Pathogenesis and therapeutic approach). अंतर्राष्ट्रीय संक्रामक रोग जर्नल, 95, 123-130. https://doi.org/10.1016/j.ijid.2020.03.014
[3] रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC). (2023). वायरल रोग (Viral Diseases). https://www.cdc.gov/viral/index.html
[4] ब्राउन, आई., और फ़िनिगन, एन. ए. (2020). अज्ञात उत्पत्ति का बुखार (एफयूओ) (Fever of Unknown Origin (FUO)). स्टेटपर्ल्स पब्लिशिंग. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK532265/
[5] पैदी, आर. के., जना, एम., राहा, एस., मैके, एम., शीनिन, एम., मिश्रा, आर. के., और पाहन, के. (2021)। तुलसी और आम मसाले लौंग का एक घटक, यूजेनॉल, SARS-CoV-2 स्पाइक S1 और ACE2 के बीच परस्पर क्रिया को रोककर चिकित्सीय प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न करता है (Eugenol, a constituent of holy basil and common spice clove, elicits therapeutic responses by inhibiting interaction between SARS-CoV-2 spike S1 and ACE2). जर्नल ऑफ न्यूरोइम्यून फार्माकोलॉजी, 1–13. https://doi.org/10.1007/s11481-021-10028-1
[6] ब्लास्ज़्ज़िक, एन., रोसियाक, ए., और कलुज़्ना-कज़ाप्लिंस्का, जे. (2021)। मानव स्वास्थ्य में दालचीनी की संभावित भूमिका (The Potential Role of Cinnamon in Human Health). वन, 12(5), 648. https://doi.org/10.3390/f12050648
[7] बोडे, ए. एम., और डोंग, ज़ेड. (2011). अद्भुत और शक्तिशाली अदरक (The Amazing and Mighty Ginger). सीआरसी प्रेस/टेलर एंड फ्रांसिस. https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK92775/
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