वर्टीस्टार - एमडी 16 टैबलेट एक उपचार है जो आमतौर पर मेनियर्स रोग (आंतरिक कान का विकार) बीमारी के लक्षण, विशेष रूप से चक्कर आना को कम करने के लिए उपयोग की जाती है।
मेनियर्स की बीमारी कान के अंदर का एक विकार है जो संतुलन और सुनने को प्रभावित करता है। मेनियर्स रोग (आंतरिक कान का विकार) की बीमारी के लक्षण में चक्कर आना, सुनने में कमी, टिनिटस (कानों में बजना) और कान में भरापन या दबाव महसूस होना शामिल है। चक्कर आना या चक्कर आने जैसा लगना मेनियर्स रोग (आंतरिक कान का विकार) की बीमारी का सबसे दुर्बल करने वाला लक्षण है।
वर्टीस्टार - एमडी 16 टैबलेट में बीटाहिस्टीन नामक सक्रिय घटक होता है, जो कान के प्रभावित क्षेत्र में खून के प्रवाह को बेहतर करने के लिए जाना जाता है। यह कान के अंदर तरल पदार्थ की मात्रा को कम करने में भी उपयोग की जाती है, जो बीमारी के लक्षण को कम करने में मदद करता है।
यह दवा मरीजों में होने वाले जैसे चक्कर आना और टिनिटस के दौरों को भी कम करती है।
डॉक्टर मरीज़ की स्थिति को पूरी तरह से जांच और मूल्यांकन करने के बाद वर्टीस्टार - एमडी 16 टैबलेट को निर्धारित करता है।
यह उपचार चक्कर आना और चक्कर आने जैसा लगने के इलाज में प्रभावी मानी जाती है और इसका इस्तेमाल कई सालों से अच्छे सुरक्षा प्रोफाइल के साथ किया जा रहा है। हालांकि, वर्टीस्टार - एमडी 16 टैबलेट का केवल डॉक्टर द्वारा सुझाए गए अनुसार ही लें और डॉक्टर द्वारा दिए गए सभी निर्देशों और सावधानियों का पालन करना आवश्यक हैं।
डॉक्टर को किसी भी अन्य दवाएं, सप्लीमेंट या मेडिकल स्थिति के बारे में बताना भी ज़रूरी है। ये वर्टीस्टार - एमडी 16 टैबलेट के साथ इंटरैक्ट कर सकते हैं और इसकी प्रभावकारिता और सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं।