Last updated on : 09 Nov, 2025
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भागदौड़ भरी दिनचर्या और बढ़ते मानसिक दबाव के बीच हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप एक आम स्वास्थ्य चुनौती बनता जा रहा है। भारत में उच्च रक्तचाप की व्यापकता पुरुषों में लगभग 24.1% और महिलाओं में 21.2% के साथ लगभग समान रूप से देखी गई है, जो इस समस्या की व्यापकता को दर्शाती है [1]। चिंता की बात यह है कि यह समस्या अब सिर्फ बुज़ुर्गों तक सीमित नहीं रही, बल्कि युवाओं में भी इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे यह भारत में एक गंभीर जनस्वास्थ्य चिंता का विषय बन गया है।
अच्छी बात यह है कि यदि समय रहते लक्षणों को पहचाना जाए और जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलाव किए जाएँ, तो ब्लड प्रेशर को काफी हद तक नियंत्रित रखा जा सकता है।
इस लेख में हम समझेंगे कि उच्च रक्तचाप के सामान्य संकेत क्या होते हैं, इसके पीछे के संभावित कारण कौन से हैं, और इससे बचाव एवं नियंत्रण के लिए किन उपायों को अपनाया जा सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर, जिसे उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें धमनियों में रक्त का दबाव सामान्य से अधिक हो जाता है। ब्लड प्रेशर को दो मुख्य मापदंडों के आधार पर मापा जाता है [2]:
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) के अनुसार, यदि रक्तचाप लगातार 130/80 mm Hg या उससे अधिक रिकॉर्ड किया जाए, तो इसे उच्च रक्तचाप की श्रेणी में रखा जाता है [3]। लंबे समय तक अनियंत्रित ब्लड प्रेशर हृदय और रक्तवाहिनियों पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है, जिससे अन्य स्वास्थ्य समस्याएं जैसे स्ट्रोक, दिल की बीमारी या किडनी से जुड़ी जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं [4]।
अधिकतर लोगों को पता भी नहीं चलता कि उन्हें हाई ब्लड प्रेशर है, क्योंकि इसके लक्षण धीरे-धीरे उभरते हैं। इसी वजह से इसे अक्सर “साइलेंट किलर” भी कहा जाता है [1]। हालांकि, कुछ संकेत ऐसे होते हैं जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये उच्च रक्तचाप की ओर इशारा कर सकते हैं, विशेष रूप से यदि यह गंभीर रूप ले चुका हो:
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इनमें से कई लक्षण अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी हो सकते हैं, इसलिए केवल लक्षणों के आधार पर स्वयं निदान न करें। यदि ये बार-बार दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं। समय पर पहचान और इलाज से उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है।
उच्च रक्तचाप के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसे अक्सर प्राथमिक (Primary) या माध्यमिक (Secondary) उच्च रक्तचाप के रूप में वर्गीकृत किया जाता है [2]। प्राथमिक उच्च रक्तचाप आमतौर पर समय के साथ विकसित होता है और इसके जोखिम कारक निम्नलिखित हैं:
माध्यमिक उच्च रक्तचाप किडनी की बीमारियों, थायरॉइड की समस्याओं या कुछ दवाओं के उपयोग जैसी अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियों के कारण होता है। इनमें से कई कारणों को सही खान-पान, नियमित व्यायाम, तनाव नियंत्रण और स्वस्थ आदतों के जरिए कम किया जा सकता है।
उच्च रक्तचाप को सिर्फ दवाइयों से नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की आदतों में सुधार करके भी काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। इसे ‘जीवनशैली में बदलाव’ (Lifestyle Modifications) कहा जाता है:
उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) का सफल इलाज और प्रबंधन एक बहुआयामी दृष्टिकोण पर निर्भर करता है:
यदि उच्च रक्तचाप को लंबे समय तक अनियंत्रित छोड़ दिया जाए, तो यह शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों को प्रभावित कर सकता है और गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन सकता है:
समय रहते ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना न केवल इन जोखिमों को कम करता है, बल्कि समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाए रखने में सहायक होता है।
हाई ब्लड प्रेशर से बचाव और इसे नियंत्रित रखने के लिए जीवनशैली संबंधी आदतें अपनाना सर्वोत्तम प्राथमिक कदम हैं:
नियमित स्वास्थ्य जांच: साल में कम से कम एक बार अपने ब्लड प्रेशर की जाँच कराएँ, खासकर यदि आपके परिवार में उच्च रक्तचाप का इतिहास रहा हो।
हाई ब्लड प्रेशर को सही देखभाल और स्वस्थ आदतों के माध्यम से प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जा सकता है। नियमित शारीरिक गतिविधि, पोषणयुक्त आहार और तनाव कम करने के उपाय इस स्थिति से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसे हल्के में न लें और समय-समय पर डॉक्टर से जांच कराते रहें।
विशेषज्ञ उद्धरण
“हाई ब्लड प्रेशर को प्रभावी रूप से नियंत्रित करने के लिए केवल दवाओं पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं होता। इसके लिए जीवनशैली में सुधार, जैसे नियमित व्यायाम करना, संतुलित आहार लेना और तनाव को कम करना बेहद महत्वपूर्ण है। साथ ही, नियमित चिकित्सकीय परामर्श और ब्लड प्रेशर की निगरानी से इस स्थिति को बेहतर ढंग से मैनेज किया जा सकता है और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव संभव होता है।”
Dr. Boban Raju
बीपी बढ़ने पर सिरदर्द, चक्कर आना, थकान, धुंधली नज़र और कभी-कभी सीने में दर्द या सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। हालांकि, अक्सर उच्च रक्तचाप में कोई लक्षण नहीं होता है, इसलिए नियमित जाँच महत्वपूर्ण है।
बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर दिल, किडनी और मस्तिष्क पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं जैसे हृदय रोग, स्ट्रोक और क्रॉनिक किडनी डिजीज उत्पन्न हो सकती हैं [2]।
नियमित ब्लड प्रेशर मापन से ही पता चलता है। यदि आपका रक्तचाप कई बार जाँचने पर लगातार 130/80 mm Hg या उससे अधिक रहता है, तो डॉक्टर से सलाह लें [3]।
आराम करें, गहरी और धीमी सांस लें। यह अस्थायी राहत दे सकता है, लेकिन ब्लड प्रेशर नियंत्रण के लिए चिकित्सक की सलाह आवश्यक है। यदि रक्तचाप 180/120 mmHg या उससे अधिक हो (हाइपरटेंसिव क्राइसिस), तो तुरंत आपातकालीन चिकित्सा सहायता लें।
जब रक्तचाप 180/120 mmHg या उससे अधिक हो जाए, तो इसे हाइपरटेंसिव क्राइसिस माना जाता है और यह एक चिकित्सा आपातकाल है, जिसके लिए तुरंत डॉक्टर की आपातकालीन देखभाल की जरूरत होती है [3]।
हाई बीपी को स्थायी रूप से नियंत्रित करने के लिए नियमित व्यायाम, संतुलित DASH आहार, नमक का सीमित सेवन, तनाव प्रबंधन और धूम्रपान-शराब से दूरी जरूरी है। साथ ही, डॉक्टर की सलाह और नियमित दवाएं (यदि आवश्यक हो) बेहद महत्वपूर्ण हैं।
नियमित व्यायाम, योग-प्राणायाम, ध्यान, संतुलित आहार और नमक का कम सेवन करके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन यह केवल हल्के उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए प्रभावी हो सकता है। यह सब डॉक्टर की सलाह और नियमित जांच के साथ करना जरूरी है।
हाई बीपी में ताज़े फल, सब्ज़ियाँ, साबुत अनाज, दालें, नट्स और लो-फैट डेयरी (DASH आहार) का सेवन फायदेमंद होता है। वहीं, ज्यादा नमक, उच्च सोडियम वाले पैक्ड फूड, मिठाइयाँ, शराब और धूम्रपान से बचना चाहिए।
[1] National Center for Chronic Disease Prevention and Health Promotion, Centers for Disease Control and Prevention. (2022, September 21). High blood pressure symptoms and causes. U.S. Department of Health & Human Services. https://www.cdc.gov/bloodpressure/about.htm
[2] National Heart, Lung, and Blood Institute. (2023). High blood pressure (hypertension). U.S. Department of Health & Human Services. https://www.nhlbi.nih.gov/health/high-blood-pressure
[3] American Heart Association. (2023). Understanding blood pressure readings. https://www.heart.org/en/health-topics/high-blood-pressure/understanding-blood-pressure-readings
[4] MedlinePlus. (2023, April 15). High blood pressure. U.S. National Library of Medicine. https://medlineplus.gov/highbloodpressure.html
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