Last updated on : 25 Jun, 2025
Read time : 10 min
सहजन, जिसे अंग्रेज़ी में ड्रमस्टिक के नाम से जाना जाता है, एक पौधा है जो अपने स्वाद के साथ-साथ पोषण संबंधी गुणों के लिए भी व्यापक रूप से माना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Moringa oleifera है। भारतीय पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली में सहजन का उपयोग सदियों से होता आ रहा है। इसके पत्ते, फली, बीज और फूल विभिन्न व्यंजनों के साथ-साथ औषधीय उपयोग के लिए भी प्रयोग किए जाते हैं। सहजन की फली अक्सर सब्जियों के साथ पकाई जाती है, जबकि इसके पत्ते सूप, सलाद और चटनी में शामिल किए जाते हैं।
सहजन को “जीवन का पेड़” भी कहा जाता है क्योंकि इसके पोषक तत्व शरीर की विभिन्न जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ कई स्वास्थ्य समस्याओं के प्रबंधन में भी सहायक होते हैं।
प्राचीन काल से सहजन का आयुर्वेद में महत्वपूर्ण स्थान रहा है, जहां इसे कई रोगों के उपचार के लिए प्राकृतिक और प्रभावी विकल्प माना जाता है। इसकी पोषक सामग्री की भरपूर मौजूदगी इसे एक सुपरफूड के रूप में स्थापित करती है, जो संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मददगार साबित होती है।
सहजन में पोषण की मात्रा अत्यधिक होती है, जिससे यह स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत बनता है। यहां सहजन में उपस्थित प्रमुख पोषक तत्वों की एक तालिका दी गई है:
पोषक तत्व | मात्रा (100 ग्राम में) |
कैल्शियम | 185 मिलीग्राम |
प्रोटीन | 9.4 ग्राम |
विटामिन-ए | 6,764 आईयू |
विटामिन-सी | 51.7 मिलीग्राम |
आयरन | 0.85 मिलीग्राम |
पोटैशियम | 337 मिलीग्राम |
फाइबर | 2.0 ग्राम |
मैग्नीशियम | 42 मिलीग्राम |
जिंक | 0.6 मिलीग्राम |
फास्फोरस | 70 मिलीग्राम |
सहजन इन पोषक तत्वों के कारण एक सम्पूर्ण और पौष्टिक आहार माना जाता है। विशेष रूप से यह प्रोटीन और विटामिन सी का उत्कृष्ट स्रोत है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक होता है।
सहजन के कई चिकित्सीय लाभ हैं, जो इसे एक प्रभावशाली प्राकृतिक औषधि बनाते हैं। इसके प्रमुख गुण निम्नलिखित हैं:
सहजन के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जो इसे एक पोषक तत्वों से भरपूर आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाते हैं। इसके प्रमुख उपयोग इस प्रकार हैं:
डायबिटीज़ के मरीजों के लिए सहजन एक प्राकृतिक विकल्प माना जाता है। इसमें पाए जाने वाले फाइटोकेमिकल्स और एंटी-डायबिटिक गुण ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। अनुसंधानों से पता चलता है कि सहजन का सेवन इंसुलिन उत्पादन को बढ़ावा दे सकता है, जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है। साथ ही, सहजन की पत्तियों का रस डायबिटीज़ प्रबंधन में सहायक हो सकता है।
सहजन में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट और सूजनरोधी (एंटी-इंफ्लेमेटरी) तत्व घावों के जल्दी भरने में योगदान करते हैं। ये संक्रमण को रोकने में मदद करते हुए घाव की मरम्मत को तेज करते हैं। सहजन की पत्तियों का पेस्ट बनाकर घाव पर लगाने से भी लाभ प्राप्त हो सकता है।
सहजन किडनी की सुरक्षा और कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में सहायक हो सकता है। इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स किडनी को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करते हैं और यूरिक एसिड के स्तर को कम करके किडनी स्टोन बनने की संभावना को घटाते हैं। नियमित सेवन से किडनी की कार्यक्षमता में सुधार हो सकता है।
यह सभी गुण सहजन को एक बहुमुखी और पोषणपूर्ण औषधि बनाते हैं, जिसका उपयोग स्वस्थ जीवन के लिए लाभकारी माना जाता है।
सहजन को विभिन्न तरीकों से उपयोग में लाया जा सकता है। यहाँ कुछ आम उपयोग के तरीके दिए गए हैं:
इन विभिन्न रूपों में सहजन का समावेश आहार को पोषक तत्वों से भरपूर बनाने में मदद करता है।
हालाँकि सहजन को पोषक तत्वों का समृद्ध स्रोत माना जाता है और यह कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, लेकिन इसका सेवन अत्यधिक मात्रा में करने पर कुछ नकारात्मक प्रभाव भी देखे जा सकते हैं। इन संभावित प्रभावों को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है:
सहजन पौष्टिक तत्वों से भरपूर है, लेकिन इसके सेवन में संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। नीचे दी गई सावधानियाँ इस पौधे के सुरक्षित उपयोग में मदद कर सकती हैं:
हालांकि सहजन अपने औषधीय गुणों और पोषण तत्वों के लिए जाना जाता है, लेकिन इसका सेवन यदि आप किसी दवा का उपयोग कर रहे हैं, तो विशेष सावधानी की आवश्यकता होती है। सहजन में सक्रिय यौगिक मौजूद होते हैं जो कुछ दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं, जैसे कि रक्तचाप नियंत्रित करने वाली दवाएं, थायरॉइड की दवाएं, या मधुमेह की दवाएं।
इसलिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
सहजन के अर्क, पाउडर या सप्लीमेंट्स का सेवन कभी भी स्वयं-निर्णय के आधार पर न करें, खासकर यदि आप पहले से दवाओं पर निर्भर हैं।
सहजन एक पोषणयुक्त और लाभकारी वनस्पति है, लेकिन इसे चिकित्सकीय दृष्टिकोण से समझना भी उतना ही आवश्यक है। किसी भी हर्बल उपाय की तरह, सहजन का सेवन भी तभी सुरक्षित और प्रभावी होता है जब उसे उचित मात्रा और स्वास्थ्य स्थिति के अनुरूप लिया जाए। यदि आप पहले से किसी चिकित्सा उपचार के अंतर्गत हैं, तो सहजन को अपने आहार में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आपकी सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। एक संतुलित दृष्टिकोण और चिकित्सा विशेषज्ञ की राय के साथ ही सहजन से पूर्ण लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
Disclaimer
Our healthcare experts have carefully reviewed and compiled the information presented here to ensure accuracy and trustworthiness. It is important to note that this information serves as a general overview of the topic and is for informational purposes only. It is not intended to diagnose, prevent, or cure any health problem. This page does not establish a doctor-patient relationship, nor does it replace the advice or consultation of a registered medical practitioner. We recommend seeking guidance from your registered medical practitioner for any questions or concerns regarding your medical condition.
Company
About UsHealth ArticleHealth StoriesDiseases & Health ConditionsAyurvedaAll MedicinesAll BrandsNeed HelpFAQSubscribe
Registered Office Address
Grievance Officer
Download Truemeds
Contact Us
Our customer representative team is available 7 days a week from 9 am - 9 pm.
v4.0.0
2025 - Truemeds | All rights reserved. Our content is for informational purposes only. See additional information.
Our Payment Partners