Last updated on : 03 Jul, 2025
Read time : 15 min
च्यवनप्राश एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक रसायन है, जिसका उपयोग प्राचीन काल से स्वास्थ्य को बनाए रखने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए किया जाता रहा है। यह मुख्य रूप से आंवला और कई औषधीय जड़ी-बूटियों जैसे अश्वगंधा, पिप्पली, शतावरी और गुड़ुची से तैयार किया जाता है। माना जाता है कि यह सूत्र च्यवन ऋषि के लिए तैयार किया गया था, और उन्हीं के नाम पर इसका नाम “च्यवनप्राश” रखा गया। स्वाद में थोड़ा खट्टा-मीठा और मसालेदार होने के साथ-साथ यह एक शक्तिवर्धक टॉनिक के रूप में जाना जाता है, जिसे पारंपरिक रूप से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता, ऊर्जा और ओज को बढ़ाने के लिए सालभर सेवन किया जाता है।
च्यवनप्राश एक पारंपरिक आयुर्वेदिक रसायन है, जिसे आंवला (Indian Gooseberry) और कई औषधीय जड़ी-बूटियों से मिलाकर बनाया जाता है। यह एक गाढ़ा, जैम जैसा मिश्रण होता है, जिसका उपयोग सदियों से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा बनाए रखने और संपूर्ण स्वास्थ्य को समर्थन देने के लिए किया जाता रहा है। आयुर्वेदिक मान्यता के अनुसार, इसे सबसे पहले महर्षि च्यवन की आयु और जीवनशक्ति को पुनः प्राप्त करने के लिए तैयार किया गया था, इसी कारण इसे “च्यवनप्राश” कहा जाता है। यह एक समग्र स्वास्थ्य टॉनिक की तरह कार्य करता है और विशेष रूप से प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) को मजबूत करने में सहायक माना जाता है।
च्यवनप्राश एक बहुउपयोगी आयुर्वेदिक रसायन है, जिसे आंवला सहित 40 से अधिक जड़ी-बूटियों और पोषक तत्वों से तैयार किया जाता है। इसके कुछ प्रमुख घटक और उनके पारंपरिक लाभ निम्नलिखित हैं:
च्यवनप्राश एक पारंपरिक आयुर्वेदिक रसायन है, जिसे सदियों से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, शरीर की ऊर्जा बनाए रखने और संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार के लिए उपयोग किया जा रहा है। आंवला, शहद, अश्वगंधा, पिप्पली और कई अन्य औषधीय जड़ी-बूटियाँ इसके प्रमुख घटक हैं, जो इसे एक शक्तिशाली और संतुलित आयुर्वेदिक फॉर्मूला बनाते हैं।
यहाँ च्यवनप्राश के संभावित लाभ दिए गए हैं:
च्यवनप्राश के नियमित सेवन से शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है, जिससे यह सामान्य संक्रमणों और मौसमी रोगों से लड़ने में सहायक हो सकता है।
इसमें मौजूद आंवला, शहद और घी जैसे घटक शरीर को प्राकृतिक ऊर्जा प्रदान करते हैं, जिससे थकान कम होती है और दिनभर सक्रियता बनी रहती है।
च्यवनप्राश में पिप्पली, बेल और इलायची जैसी जड़ी-बूटियाँ होती हैं, जो पाचन क्रिया को सुधारने, गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक होती हैं।
इसके सेवन से त्वचा में प्राकृतिक चमक आ सकती है और बालों का झड़ना कम हो सकता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने में सहायक होते हैं।
च्यवनप्राश को आयुर्वेद में मस्तिष्कवर्धक माना गया है। यह याददाश्त, एकाग्रता और मानसिक स्पष्टता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाकर उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में सहायता करते हैं।
च्यवनप्राश रक्त संचार को सुचारू रखने में मदद कर सकता है और हृदय की कार्यक्षमता को सहयोग दे सकता है।
आयुर्वेद में च्यवनप्राश को खांसी, जुकाम और सांस संबंधी समस्याओं में उपयोगी बताया गया है। इसमें श्वसन को साफ और मजबूत बनाए रखने वाले घटक होते हैं।
इसमें शामिल कुछ पोषक तत्व जैसे कैल्शियम और अन्य खनिज हड्डियों की मजबूती में सहायक हो सकते हैं और जोड़ों से संबंधित समस्याओं को कम कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी पारंपरिक आयुर्वेदिक स्रोतों और सामान्य अध्ययनों पर आधारित है। किसी भी औषधीय उत्पाद का सेवन शुरू करने से पहले योग्य आयुर्वेदाचार्य या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।
च्यवनप्राश को घर पर बनाना न केवल स्वास्थ्यवर्धक होता है बल्कि इससे आप इसकी शुद्धता और गुणवत्ता को भी सुनिश्चित कर सकते हैं। आयुर्वेदिक ग्रंथों में उल्लिखित जड़ी-बूटियों और पोषक तत्वों से यह एक शक्तिशाली रसायन तैयार किया जाता है। नीचे दी गई सूची में वे आवश्यक सामग्री दी गई है जो घर पर च्यवनप्राश बनाने के लिए चाहिए:
यदि आप च्यवनप्राश को पारंपरिक विधि से बना रहे हैं, तो सभी जड़ी-बूटियों का चूर्ण या काढ़ा बना लें और उसे आंवला मिश्रण में मिलाएँ। प्रयोग से पहले प्रमाणित आयुर्वेदाचार्य की सलाह अवश्य लें।
घर पर च्यवनप्राश बनाना न केवल आसान है बल्कि यह सुनिश्चित करता है कि आप शुद्ध और ताजगी से भरपूर आयुर्वेदिक रसायन का सेवन कर रहे हैं। पारंपरिक आयुर्वेदिक विधि से बने इस च्यवनप्राश में आंवला, औषधीय जड़ी-बूटियाँ और प्राकृतिक मिठास मिलती है जो इसे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद बनाती हैं।
नीचे दिए गए चरणों का पालन करके आप घर पर शुद्ध च्यवनप्राश तैयार कर सकते हैं:
सबसे पहले 1 किलो आंवले को अच्छी तरह धोकर पानी में उबाल लें। जब ये पूरी तरह से नरम हो जाएं, तो उन्हें ठंडा करें, बीज निकाल लें और मिक्सर में पीसकर बारीक पेस्ट बना लें।
एक भारी तले वाले पैन में 100 ग्राम शुद्ध देसी घी गर्म करें। इसमें आंवले का पेस्ट डालें और मध्यम आंच पर तब तक भूनें जब तक उसका रंग थोड़ा गाढ़ा और खुशबूदार न हो जाए।
अब इसमें पहले से तैयार की गई 50 ग्राम औषधीय जड़ी-बूटियों का चूर्ण डालें — जैसे पिप्पली, बेल, अश्वगंधा, शतावरी आदि।
इसके बाद 250 ग्राम शहद मिलाएँ और मिश्रण को धीमी आंच पर पकाते रहें जब तक वह गाढ़ा न हो जाए।
जब मिश्रण तैयार हो जाए, तो उसमें स्वाद और खुशबू के लिए इलायची पाउडर, दालचीनी और थोड़ा सा केसर डालें। यह मिश्रण को स्वादिष्ट और सुगंधित बना देगा।
अब इस तैयार मिश्रण को ठंडा होने दें। पूरी तरह ठंडा होने के बाद इसे एक साफ, सूखे कांच के जार में भरें और ढक्कन कसकर बंद करें। आपका घर का बना हुआ शुद्ध च्यवनप्राश तैयार है।
च्यवनप्राश का सेवन सही समय पर करने से इसके लाभों में वृद्धि हो सकती है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, इसका सेवन आमतौर पर सुबह खाली पेट करना सबसे अधिक लाभकारी माना जाता है। इससे दिनभर शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
अगर आप चाहें, तो रात में सोने से पहले गर्म दूध के साथ भी च्यवनप्राश लिया जा सकता है। इससे नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है और शरीर को गहराई से आराम मिलता है।
हालांकि च्यवनप्राश एक आयुर्वेदिक रसायन है जो शरीर को कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, लेकिन किसी भी औषधीय या पोषक तत्व का अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। यदि च्यवनप्राश का उपयोग संतुलित मात्रा में न किया जाए या बिना चिकित्सकीय सलाह के किया जाए, तो यह कुछ दुष्प्रभाव भी उत्पन्न कर सकता है।
अगर च्यवनप्राश को बहुत अधिक मात्रा में लिया जाए तो यह पेट में भारीपन, जलन, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। विशेषकर गर्म प्रकृति वाले लोगों को इसकी मात्रा पर ध्यान देना चाहिए।
च्यवनप्राश में आमतौर पर शहद और गुड़ जैसे प्राकृतिक मिठास देने वाले तत्व शामिल होते हैं। इसलिए मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को इसे सीमित मात्रा में लेना चाहिए या शुगर-फ्री संस्करण चुनने के लिए अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।
च्यवनप्राश का सेवन पारंपरिक रूप से सर्दियों में करने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह शरीर को गर्मी प्रदान करता है। गर्मियों में अत्यधिक सेवन से यह शरीर में अतिरिक्त गर्मी और बेचैनी उत्पन्न कर सकता है।
सच्चाई:
यदि च्यवनप्राश को सही मात्रा में लिया जाए तो यह वजन नहीं बढ़ाता। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा और ताकत देते हैं। वजन बढ़ना मुख्यतः कैलोरी के अधिक सेवन पर निर्भर करता है, इसलिए उचित मात्रा और संतुलित आहार के साथ इसका सेवन लाभकारी होता है।
बाजार में कई बार नकली या मिलावटी च्यवनप्राश भी मिल जाते हैं, जो न केवल बेकार होते हैं बल्कि स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक भी हो सकते हैं। इसलिए, असली और नकली च्यवनप्राश की पहचान करना बहुत ज़रूरी है। नीचे कुछ आसान टिप्स दी गई हैं जिनसे आप नकली च्यवनप्राश से बच सकते हैं:
हमेशा किसी विश्वसनीय और प्रमाणित ब्रांड का ही च्यवनप्राश खरीदें। पैकेजिंग पर FSSAI, ISO, और अन्य प्रमाणपत्र देखें। असली उत्पादों पर निर्माता की जानकारी, विनिर्माण और समाप्ति तिथि साफ़ और स्पष्ट होती है।
असली च्यवनप्राश का रंग प्राकृतिक होता है — गहरा भूरा या लालिमा लिए, और इसका स्वाद संतुलित होता है जिसमें जड़ी-बूटियों की खुशबू और मीठास होती है।
नकली उत्पाद में अक्सर कृत्रिम रंग, अत्यधिक मिठास या अजीब सी खुशबू हो सकती है।
अत्यंत कम कीमत पर मिलने वाला च्यवनप्राश अक्सर नकली या मिलावटी हो सकता है। गुणवत्ता और शुद्धता के लिए उचित मूल्य का भुगतान करें।
असली च्यवनप्राश की पैकेजिंग मजबूत और अच्छी होती है। किसी भी तरह की टूटी-फूटी, खुली या खराब प्रिंटिंग वाली पैकेजिंग से बचें।
अगर च्यवनप्राश का स्वाद या गंध असामान्य लगे, या फिर इसे खाते समय कोई असुविधा महसूस हो तो तुरंत सेवन बंद कर दें और विश्वसनीय स्रोत से ही खरीदारी करें।
Expert Quote
च्यवनप्राश एक प्राचीन आयुर्वेदिक टॉनिक है जो प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से तैयार किया जाता है। इसका नियमित उपयोग शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और मानसिक स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करता है। उचित मात्रा और समय पर सेवन करने से यह शरीर में ऊर्जा बनाए रखने में मदद करता है और समग्र स्वास्थ्य को सुधारता है। साथ ही, बाजार में उपलब्ध उत्पादों की गुणवत्ता और शुद्धता की जाँच करना जरूरी है ताकि इसके स्वास्थ्य लाभ सुनिश्चित हो सकें।
– Dr. Kavya Rejikumar
च्यवनप्राश एक अत्यंत पौष्टिक और प्राचीन आयुर्वेदिक टॉनिक है, जो पूरे साल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और ऊर्जा प्रदान करने में सहायक है। इसके नियमित और सही मात्रा में सेवन से न केवल इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, बल्कि पाचन, याददाश्त और त्वचा की गुणवत्ता भी बेहतर होती है। बाजार में नकली उत्पादों से बचने के लिए आप घर पर स्वच्छ और शुद्ध च्यवनप्राश भी बना सकते हैं। यह आपको गुणवत्ता और स्वास्थ्य की गारंटी देता है। इसलिए, च्यवनप्राश को अपने दैनिक आहार में शामिल करें और एक स्वस्थ, ऊर्जावान और सशक्त जीवन का आनंद लें।
सुबह खाली पेट च्यवनप्राश खाने से इम्यूनिटी बढ़ती है और शरीर को दिनभर ऊर्जा मिलती है।
आमतौर पर दिन में 1-2 चम्मच च्यवनप्राश पर्याप्त होता है। बच्चों के लिए मात्रा कम होनी चाहिए।
दूध में च्यवनप्राश मिलाकर पीने से यह शरीर में तेजी से अवशोषित होता है और ज्यादा पोषण प्रदान करता है।
नहीं, सही मात्रा में सेवन करने से च्यवनप्राश वजन नहीं बढ़ाता बल्कि यह शरीर को शक्ति और ऊर्जा देता है।
अगर इसे ज्यादा मात्रा में लिया जाए तो यह गैस्ट्रिक समस्याएं पैदा कर सकता है।
अधिक चीनी वाले च्यवनप्राश मधुमेह रोगियों के लिए हानिकारक हो सकते हैं, इसलिए इन्हें सावधानी से लेना चाहिए।
हां, डायबिटीज के रोगियों के लिए शुगर-फ्री च्यवनप्राश बाजार में उपलब्ध है और यह सुरक्षित होता है।
फ्लेवर वाला च्यवनप्राश भी उपयोगी होता है लेकिन यह सुनिश्चित करें कि उसमें प्राकृतिक तत्व हों।
नहीं, च्यवनप्राश का सेवन सालभर किया जा सकता है खासकर जब शरीर को अतिरिक्त पोषण की जरूरत हो।
References
Disclaimer
Our healthcare experts have carefully reviewed and compiled the information presented here to ensure accuracy and trustworthiness. It is important to note that this information serves as a general overview of the topic and is for informational purposes only. It is not intended to diagnose, prevent, or cure any health problem. This page does not establish a doctor-patient relationship, nor does it replace the advice or consultation of a registered medical practitioner. We recommend seeking guidance from your registered medical practitioner for any questions or concerns regarding your medical condition.
Company
About UsHealth ArticleHealth StoriesDiseases & Health ConditionsAyurvedaAll MedicinesAll BrandsNeed HelpFAQSubscribe
Registered Office Address
Grievance Officer
Download Truemeds
Contact Us
Our customer representative team is available 7 days a week from 9 am - 9 pm.
v4.0.0
2025 - Truemeds | All rights reserved. Our content is for informational purposes only. See additional information.
Our Payment Partners