आरने 50 टैबलेट का इस्तेमाल ज़्यादातर उन बड़ी उम्र के मरीज़ों में किया जाता है जिन्हें हार्ट फेलियर है, खासकर जब दिल की पंपिंग क्षमता कम हो गई हो (जिसे मेडिकल भाषा में एचएफआरइएफ कहते हैं)। इसमें दो एक्टिव दवाएं होती हैं जो मिलकर दिल की तकलीफ को कंट्रोल करने में मदद करती हैं, और ये एक खास ग्रुप की दवा में आती हैं जिसे एआरएनआई कहते हैं।
इसका इस्तेमाल सिर्फ इलाज के लिए ही नहीं, बल्कि हार्ट फेलियर के लक्षणों को कम करने, मरीज़ की रोज़मर्रा की ज़िंदगी को बेहतर बनाने और दिल की बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती होने या जान का खतरा कम करने के लिए भी किया जाता है। इसे मुंह से लिया जाता है, इसलिए लेना भी आसान होता है।
दवा शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर बात करें ताकि वो आपको सही मात्रा और कितनी बार लेनी है, इसका सही तरीका समझा सकें। अगर आपको पहले से कोई बीमारी है या आप पहले से कोई दूसरी दवा ले रहे हैं तो ये जानकारी अपने डॉक्टर को ज़रूर दें। अगर इस दवा को लेते हुए कोई उल्टा असर या साइड इफेक्ट महसूस हो, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें। अच्छे और पूरे असर के लिए ज़रूरी है कि इस दवा को डॉक्टर द्वारा बताई गई पूरी अवधि तक लगातार लिया जाए।






















































































