सिनैप्टोल 150 टैबलेट का मुख्य उपयोग माँसपेशियों की दर्दनाक ऐंठन और जकड़न को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है, जो नसों से जुड़ी बीमारी के कारण होती है। यह दवा खासकर उन लोगों के लिए होती है, जिन्हें तंत्रिका (नस) से जुड़ी बीमारियों की वजह से माँसपेशियों में खिंचाव या जकड़न हो जाती है। यह दवा दिमाग और रीढ़ की हड्डी पर असर डालकर माँसपेशियों को ढीला करती है।
इसके अलावा, यह दवा लंबे समय तक स्पास्टिसिटी (माँसपेशियों में होने वाली अकड़न) के इलाज में भी काम आती है। स्ट्रोक (दिमाग के दौरा), रीढ़ की हड्डी की चोट, मल्टीपल स्केलेरोसिस (न्यूरोलॉजिकल बीमारी) और पार्किंसंस की बीमारी आदि के मरीज़ों की माँसपेशियाँ इसी तरह कठोर हो जाती हैं। ये दवा न सिर्फ दर्द में राहत देती है बल्कि माँसपेशियों की कठोरता कम करती है और चलना-फिरना आसान करती है।
इस दवा को शुरू करने से पहले डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें ताकि सही खुराक और समय पता चल सके। अगर आप पहले से किसी बीमारी का इलाज करवा रहे हैं या कोई और दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर को ज़रूर बताएँ। अगर दवा लेने के दौरान कोई साइड इफेक्ट हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अच्छे परिणाम के लिए डॉक्टर द्वारा तय किए गए समय तक दवा लेते रहें।