टाइड प्लस 10 टैबलेट का उपयोग द्रव के जमाव (एडिमा) और हाइपरटेंशन (हाई ब्लड प्रेशर) को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। इसमें दो सक्रिय सामग्री होती हैं: टॉर्सेमाइड एक लूप डाइयूरेटिक, और स्पिरोनोलैक्टोन एक पोटेशियम-स्पेयरिंग वाला डाइयूरेटिक है। यह संग्रह शरीर में अतिरिक्त द्रव को कम करने में मदद करता है, जो हार्ट फ़ेल होने, लिवर सिरोसिस (लिवर में सूजन और क्षति) और नेफ्रोटिक सिंड्रोम जैसी स्थितियों में लाभकारी है।
टाइड प्लस 10 टैबलेट को सुबह सबसे पहले भोजन के साथ लेने की सलाह दी जाती है। इससे सोते समय बार-बार पेशाब आने की समस्या से बचा जा सकता है। यह भी सुझाव दिया जाता है कि टाइड प्लस 10 टैबलेट को हर दिन एक समय पर लिया जाना चाहिए। टैबलेट की दैनिक खुराक और उसे कितनी बार लेना है, यह उस स्थिति पर निर्भर करती है जिसके लिए आप दवा ले रहे हैं। आपका डॉक्टर आपकी स्थिति की गंभीरता के आधार पर यह तय करेगा। आपको यह दवा डॉक्टर के बताए समय तक लेते रहना चाहिए या जब तक आपका डॉक्टर इसे बंद करने को ना कहे।
यदि आपको किडनी या लिवर की कोई बीमारी है, तो इस दवा को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर को सूचित करें। यदि आप स्तनपान करा रही हैं या गर्भवती हैं, तो अपने डॉक्टर को सूचित करें। साथ ही, अपने डॉक्टर को उन अन्य दवाओं के बारे में भी सूचित करें जो आपके द्वारा ली जा रहीं हैं।














































































