फ्लोरिकॉट टैबलेट का इस्तेमाल आमतौर पर शरीर में तरल पदार्थ और सोडियम के संतुलन को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। यह दवा सिंथेटिक कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स की श्रेणी में आती है।
इस प्राथमिक इस्तेमाल के अलावा, इस टैबलेट का इस्तेमाल ऐडिसन रोग (शरीर की एड्रिनल ग्रंथि सही मात्रा में हार्मोन नहीं बना पाती) और सॉल्ट-लूजिंग एड्रेनोजेनिटल सिंड्रोम (नमक-की कमी वाला एक दुर्लभ आनुवंशिक विकार) जैसी बीमारियों के इलाज में भी किया जाता है, जो एड्रेनोकोर्टिकल अपर्याप्तता से जुड़ी होती हैं। यह ब्लड प्रेशर में गिरावट के कारण खड़े होने पर चक्कर आने से पीड़ित व्यक्तियों को भी राहत देती है, इस बीमारी को ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन (लो ब्लड प्रेशर) कहा जाता है।
इस दवा को शुरू करने से पहले, इसकी सही खुराक, कब और कितनी बार लेनी है, के बारे में जानने के लिए अपने डॉक्टर की सलाह लेना ज़रूरी है। इस दौरान अपनी किसी भी पूर्व-मौजूदा बीमारी या चल रही दवाओं के बारे में अपने डॉक्टर को ज़रूर बताएं। अग़र आपको इस दवा को लेते समय कोई भी साइड इफ़ेक्ट्स महसूस होते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर को बताएं।























































































