Last updated on : 25 Jun, 2025
Read time : 13 min
लीवर हमारे शरीर का एक अहम अंग है जो पोषक तत्वों को अवशोषित करने, टॉक्सिन्स को बाहर निकालने और पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलाने और शरीर की ऊर्जा को संतुलित रखने में मदद करता है। लेकिन जब लीवर कमजोर हो जाता है तो यह हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है। इस ब्लॉग में हम लीवर कमजोर होने के लक्षण, लिवर इन्फेक्शन के कारण और लीवर मजबूत करने के घरेलू उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
लीवर कमजोर होने पर शरीर में कई तरह के बदलाव दिखाई देते हैं। यह लक्षण समय पर पहचानना जरूरी है ताकि समस्या को बढ़ने से रोका जा सके। आइए जानते हैं लीवर कमजोर के लक्षण:
यदि इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
लीवर में इन्फेक्शन के कई कारण हो सकते हैं। यह अक्सर गलत आदतों को अपनाकर या संक्रमण की वजह से होता है। लिवर में इन्फेक्शन के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
लीवर खराब होने के पीछे कई जोखिम कारक हो सकते हैं। इनसे बचाव करना जरूरी है। लीवर खराब होने के जोखिम कारक निम्नलिखित हो सकते हैं:
अगर आपको लीवर की समस्या के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। लीवर की जांच और निदान के लिए निम्नलिखित उपयोगी प्रक्रियाएं हो सकती हैं:
लीवर खराब होने का उपचार समस्या की गंभीरता और कारण पर निर्भर करता है। उपचार के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाए जा सकते हैं:
लीवर को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने के लिए घरेलू उपाय अपनाना फायदेमंद होता है। इन उपायों से लीवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है और स्वास्थ्य में सुधार आता है। निम्न प्रकार के घरेलू उपायों को अपना कर लीवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है:
लहसुन और प्याज सल्फर यौगिकों से भरपूर होते हैं जो लीवर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करते हैं। यह यौगिक लीवर में मौजूद एंजाइम्स को सक्रिय करते हैं जिससे टॉक्सिन्स आसानी से बाहर निकल जाते हैं।
आंवला विटामिन C का एक उत्कृष्ट स्रोत है जो लीवर की कोशिकाओं को रिपेयर और पुनर्जीवित करने में मदद करता है। यह लीवर में टॉक्सिन्स के प्रभाव को कम करता है और इसे प्राकृतिक रूप से मजबूत बनाता है। आंवला को ताजा खाया जा सकता है या इसका जूस के रूप में भी सेवन किया जा सकता है।
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो सूजन को कम करता है और लीवर की सफाई में मदद करता है। हल्दी लीवर को विषैले पदार्थों से बचाती है और इसकी कार्यक्षमता बढ़ाती है। इसे दूध, पानी या आहार में शामिल करना लाभकारी होता है।
ग्रीन टी में कैटेचिन नामक एंटीऑक्सिडेंट होता है जो लीवर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालता है। यह लीवर में जमा फैट को कम करने और उसके सही कामकाज को बनाए रखने में सहायक है। रोजाना एक या दो कप ग्रीन टी पीने से लीवर स्वस्थ रहता है।
सुबह खाली पेट गुनगुना नींबू पानी पीना लीवर को डिटॉक्स करने का एक सरल और प्रभावी उपाय है। नींबू में विटामिन C होता है जो लीवर की सफाई करता है और मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाने में सहायता करता है। यह उपाय पाचन में भी सुधार करता है।
पपीते के बीज में पपेन नामक एंजाइम होता है जो लीवर को साफ करता है और इसकी कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है। पपीते के बीज को पीसकर इसका सेवन करें या इसे चाय में मिलाकर पिएं। यह लीवर की सामान्य गतिविधियों को सहारा दे सकता है |
गिलोय का रस लीवर को स्वस्थ रखने के लिए एक अद्भुत प्राकृतिक उपाय है। यह इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ लीवर में सूजन और टॉक्सिन्स को कम करता है। रोजाना सुबह खाली पेट गिलोय का रस पीने से लीवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है।
मूली लीवर के लिए एक उत्कृष्ट प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर है। यह लीवर से विषाक्त पदार्थों को निकालती है और उसकी सफाई में मदद करती है। मूली को सलाद के रूप में खाएं या इसका जूस बनाकर सेवन करें। यह लीवर को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर रखने में मदद कर सकता है।
प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति में डेंडेलियन रूट को लीवर और किडनी फंक्शन को सपोर्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसे केवल योग्य विशेषज्ञ की सलाह से ही सेवन करें।
अनार एक पोषक तत्वों से भरपूर फल है, जिसमें विटामिन C, पॉलिफेनॉल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स जैसे एलाजिक एसिड पाए जाते हैं। पारंपरिक और कुछ वैज्ञानिक स्रोतों के अनुसार, अनार का सेवन ऑक्सीकरण तनाव को मैनेज करने में सहायता कर सकता है, जो लीवर की सामान्य कार्यक्षमता के लिए सहायक हो सकता है।
लीवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो पाचन, विषहरण, चयापचय, और पोषण संबंधी कार्यों में योगदान करता है। लीवर के सामान्य स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए कुछ जीवनशैली से जुड़ी सावधानियाँ अपनाई जा सकती हैं, जो दीर्घकालिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं।
स्वस्थ जीवनशैली और सही खानपान से लीवर की समस्याओं को रोका जा सकता है।
लीवर हमारे शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है जो कई आवश्यक कार्यों को पूरा करता है। यह शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त करता है, ऊर्जा का उत्पादन करता है और पाचन तंत्र को सुचारु रखता है। यदि लीवर कमजोर के लक्षण या लिवर इन्फेक्शन के लक्षण दिखाई दें तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसके साथ-साथ ऊपर बताए गए लीवर मजबूत करने के घरेलू उपायों को अपनाकर आप अपने लीवर को स्वस्थ और मजबूत बना सकते हैं।
महत्वपूर्ण सूचना: यह जानकारी केवल सामान्य ज्ञान के उद्देश्य से दी गई है। इन उपायों को किसी भी स्थिति के इलाज, रोकथाम या निदान के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। लीवर से संबंधित किसी भी लक्षण या बीमारी के लिए पंजीकृत चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।
“लीवर इन्फेक्शन से बचाव के लिए स्वच्छ भोजन, और सुरक्षित जीवनशैली बेहद ज़रूरी हैं। दूषित पानी और संक्रमित सुई या रक्त के संपर्क से वायरस फैल सकता है, इसलिए हमेशा साफ-सुथरे स्रोत से भोजन और पानी लें, वैक्सीनेशन (विशेषकर हेपेटाइटिस A और B के लिए) समय पर करवाएं और किसी भी चिकित्सीय प्रक्रिया में डिस्पोजेबल या स्टरलाइज़्ड उपकरणों का ही उपयोग सुनिश्चित करें।
यदि आपको थकान, पीलापन, या भूख में कमी जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें—हेपेटाइटिस का समय पर पता लगना उपचार के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।”
Dr. Kavya Rejikumar
यदि आपको लगातार थकावट, भूख में कमी, आंखों या त्वचा में पीलापन, या पेट में असामान्य सूजन महसूस हो, तो यह लीवर से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। इन लक्षणों के प्रकट होने पर पंजीकृत डॉक्टर से परामर्श ज़रूरी है।
पेट में भारीपन, उल्टी, और गहरे रंग का पेशाब इसके शुरुआती लक्षण हैं।
लीवर संक्रमण शरीर की सामान्य चयापचय प्रक्रियाओं को प्रभावित कर सकता है, जिससे थकान, पाचन समस्याएं, और त्वचा में बदलाव जैसे संकेत दिख सकते हैं। प्रत्येक व्यक्ति में लक्षण अलग हो सकते हैं।
थकान, पीलिया और पेट में सूजन आम परेशानियां हैं।
यदि आपका पाचन सही हो, आपको ऊर्जा की कमी महसूस न हो, और सामान्य रक्त परीक्षण (जैसे LFT) रिपोर्ट सामान्य आए, तो यह लीवर स्वास्थ्य का संकेत हो सकता है। यह पुष्टि केवल चिकित्सक ही कर सकते हैं।
लीवर की समस्या की गंभीरता पर निर्भर करता है। डॉक्टर की सलाह अनुसार उपचार लें।
गुनगुना नींबू पानी या गिलोय का रस।
लिवर खराब होने पर पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में दर्द हो सकता है।
Disclaimer
Our healthcare experts have carefully reviewed and compiled the information presented here to ensure accuracy and trustworthiness. It is important to note that this information serves as a general overview of the topic and is for informational purposes only. It is not intended to diagnose, prevent, or cure any health problem. This page does not establish a doctor-patient relationship, nor does it replace the advice or consultation of a registered medical practitioner. We recommend seeking guidance from your registered medical practitioner for any questions or concerns regarding your medical condition.
...View more
...View more
Company
About UsHealth ArticleHealth StoriesDiseases & Health ConditionsAyurvedaAll MedicinesAll BrandsNeed HelpFAQSubscribe
Registered Office Address
Grievance Officer
Download Truemeds
Contact Us
Our customer representative team is available 7 days a week from 9 am - 9 pm.
v3.8.5
2025 - Truemeds | All rights reserved. Our content is for informational purposes only. See additional information.
Our Payment Partners