Home/Blog/Health Insights in Hindi/Health Conditions In Hindi/बार-बार सर्दी-जुकाम होने के कारण, लक्षण और इलाज

बार-बार सर्दी-जुकाम होने के कारण, लक्षण और इलाज

Last updated on : 12 Jul, 2025

Read time : 12 min

सर्दी-जुकाम एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है, जो किसी भी आयु वर्ग के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। यह विशेष रूप से मौसम परिवर्तन, ठंडी हवाओं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) के कारण होती है। सर्दी-जुकाम भले ही मामूली लगे, लेकिन समय पर ध्यान न देने पर यह अधिक परेशानी का कारण बन सकता है। यह न केवल शरीर को असहज करता है, बल्कि दैनिक गतिविधियों और मूड को भी प्रभावित करता है। इस लेख में हम बार-बार सर्दी-जुकाम होने के संभावित कारणों, प्रमुख लक्षणों, बचाव के उपायों और प्रभावी इलाज के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

सर्दी-जुकाम क्या है? (What is Cold and Cough)

सर्दी-जुकाम एक वायरल संक्रमण है जो विशेष रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह संक्रमण आमतौर पर राइनोवायरस (Rhinovirus) या अन्य समान वायरस के कारण होता है। इसके लक्षणों में नाक बंद होना, गले में खराश और साइनस की सूजन शामिल हैं। यह संक्रमण सामान्यत: 7 से 10 दिनों के भीतर ठीक हो जाता है। हालांकि, यदि किसी व्यक्ति को बार-बार सर्दी-जुकाम होता है, तो यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी की ओर संकेत कर सकता है।

सर्दी-जुकाम के लक्षण (Cold and Cough Symptoms)

हालांकि सर्दी और जुकाम के लक्षण काफी मिलते-जुलते हैं, लेकिन दोनों में कुछ अंतर हो सकता है।

सर्दी से जुड़े आम लक्षण

  • नाक से पानी बहना
  • गले में खराश
  • बार-बार छींक आना
  • सिर में हल्का दर्द
  • थकान महसूस होना
  • हल्का बुखार

जुकाम (खांसी) से जुड़े लक्षण

  • बार-बार खांसना
  • नाक का बंद होना
  • शरीर में दर्द
  • ठिठुरन महसूस होना
  • गले में जलन या सूजन
  • आंखों से पानी आना

इन लक्षणों की प्रकृति व्यक्ति-विशेष की प्रतिरक्षा क्षमता पर निर्भर करती है, और उनकी तीव्रता हल्की से लेकर मध्यम तक हो सकती है।

सर्दी-जुकाम के कारण (Cold and Cough Causes)

सर्दी-जुकाम आमतौर पर वायरल संक्रमण के कारण होता है, लेकिन इसके पीछे कई अन्य कारक भी ज़िम्मेदार हो सकते हैं जो संक्रमण की संभावना को बढ़ा देते हैं।

  1. वायरल संक्रमण: यह समस्या मुख्यतः राइनोवायरस (Rhinovirus) और अन्य श्वसन वायरस के संपर्क में आने से उत्पन्न होती है।
  2. कम तापमान में लंबे समय तक रहना: ठंडे वातावरण में अधिक समय बिताने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है।
  3. रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी: जब इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, तो शरीर सामान्य संक्रमणों से भी प्रभावी ढंग से नहीं लड़ पाता।
  4. प्रदूषण और धूल के संपर्क में आना: वायु प्रदूषण में मौजूद सूक्ष्म कण सांस की नली को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता है।
  5. पोषण की कमी: संतुलित आहार की कमी से आवश्यक विटामिन और खनिज नहीं मिल पाते, जिससे इम्यूनिटी कमजोर पड़ती है।
  6. भीड़-भाड़ वाले स्थानों में रहना: ऐसे स्थानों पर वायरस के प्रसार की संभावना अधिक होती है, खासकर जब आसपास संक्रमित व्यक्ति हों।

बार-बार जुकाम होने के क्या कारण हैं?

अगर किसी व्यक्ति को बार-बार सर्दी-जुकाम की शिकायत होती है, तो इसके पीछे कुछ विशेष कारण हो सकते हैं। ये कारण केवल दिनचर्या से जुड़े नहीं होते, बल्कि यह शरीर की आंतरिक स्थिति का भी संकेत दे सकते हैं।

  1. प्रतिरक्षा प्रणाली की कमजोरी: जब इम्यून सिस्टम ठीक से काम नहीं करता, तो शरीर सामान्य संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है।
  2. विटामिन D और C की अपर्याप्तता: ये दोनों पोषक तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
  3. मानसिक या शारीरिक तनाव: लंबे समय तक तनाव में रहना या पर्याप्त आराम न मिलना, इम्यून फंक्शन को प्रभावित कर सकता है।
  4. संक्रमण के संपर्क में आना: जिन लोगों को पहले से सर्दी-जुकाम है, उनके आसपास रहने पर वायरस के फैलने का खतरा अधिक होता है।
  5. मौसमी बदलाव के प्रति संवेदनशीलता: कुछ लोगों का शरीर तापमान में बदलाव या नमी के स्तर में उतार-चढ़ाव के प्रति जल्दी प्रतिक्रिया करता है, जिससे संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है।

सर्दी-जुकाम होने के रिस्क फैक्टर्स (Risk Factors for Cold and Cough)

कुछ विशेष परिस्थितियाँ ऐसी होती हैं जो सर्दी-जुकाम की आशंका को बढ़ा सकती हैं। यदि इन जोखिम कारकों को समय रहते पहचाना जाए, तो संक्रमण से बचाव करना अधिक आसान हो सकता है।

  1.  बच्चे और वरिष्ठ नागरिक: इन आयु वर्गों में प्रतिरक्षा प्रणाली अपेक्षाकृत कमजोर होती है, जिससे संक्रमण जल्दी पकड़ सकता है।
  2. अस्थमा या एलर्जी वाले व्यक्ति: सांस संबंधी स्थितियों से जूझ रहे लोगों में श्वसन संक्रमण विकसित होने की संभावना अधिक रहती है।
  3. धूम्रपान करने वाले लोग: तंबाकू सेवन श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
  4. स्वास्थ्य सेवाओं की कमी वाले क्षेत्र: जिन स्थानों पर स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाएं सीमित हैं, वहां वायरल संक्रमण तेजी से फैल सकता है।

सर्दी-जुकाम की जटिलताएं (Complications of Cold and Cough)

सर्दी-जुकाम भले ही सामान्य समस्या लगे, लेकिन समय पर ध्यान न देने पर यह कुछ गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन सकता है। यदि संक्रमण लंबे समय तक बना रहे या बार-बार हो, तो यह नीचे दी गई स्थितियाँ उत्पन्न कर सकता है:

  1. साइनस की समस्या: लंबे समय तक नाक बंद रहने से साइनस में सूजन, दर्द या दबाव की शिकायत हो सकती है।
  2. ब्रोंकाइटिस: जब संक्रमण श्वसन तंत्र की निचली नलियों तक पहुंचता है, तो यह ब्रोंकाइटिस का रूप ले सकता है।
  3. कान का संक्रमण: विशेषकर छोटे बच्चों में यह समस्या अधिक देखी जाती है, जिसमें कान में दर्द या सूजन हो सकती है।
  4. निमोनिया: यदि संक्रमण गंभीर हो जाए तो यह फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है, जिससे निमोनिया जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

सर्दी-जुकाम से बचाव

सर्दी-जुकाम से बचाव के लिए कुछ आसान और प्रभावी आदतें अपनाई जा सकती हैं, जो संक्रमण के जोखिम को कम करने में मदद करती हैं:

  1. हाथों की स्वच्छता बनाए रखें: दिनभर में कई बार हाथ धोने से वायरस के प्रसार को रोका जा सकता है, खासकर खाने से पहले और बाहर से आने के बाद।
  2. रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करें: विटामिन C, जिंक और एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार जैसे फल, हरी सब्जियाँ और नट्स का सेवन करें।
  3. भीड़भाड़ वाले स्थानों से दूरी बनाएं: जहां बहुत से लोग एकत्र हों, वहाँ संक्रमण फैलने की संभावना अधिक होती है।
  4. ठंड से खुद को सुरक्षित रखें: ठंड के मौसम में गर्म कपड़ों का उपयोग करें, विशेषकर जब तापमान अचानक गिरता है।
  5. तनाव को कम करें और पर्याप्त नींद लें: अच्छी नींद और मानसिक संतुलन प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाते हैं।
  6. नियमित व्यायाम करें: हल्की-फुल्की गतिविधियां जैसे तेज़ चलना या योग, शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।

सर्दी-जुकाम का क्या उपचार? (Cold and Cough  Treatment)

सर्दी-जुकाम के लक्षणों से राहत पाने के लिए उपचार के कई सुरक्षित और प्रभावी विकल्प मौजूद हैं, जिनमें घरेलू देखभाल, पारंपरिक औषधीय पद्धतियाँ और आवश्यकतानुसार दवाएं शामिल हैं। उपचार का चयन व्यक्ति की स्थिति और लक्षणों की गंभीरता पर निर्भर करता है।

1. घरेलू देखभाल के उपाय

  1. गर्म पानी से गरारे करना: यह गले की खराश को शांत करने और संक्रमण को कम करने में सहायक हो सकता है।
  2. अदरक और शहद का सेवन: पारंपरिक रूप से इन्हें शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक माना जाता है।
  3. तुलसी-अदरक वाली हर्बल चाय: यह श्वसन तंत्र को राहत देने और गले की सूजन में उपयोगी हो सकती है।
  4. भाप लेना (स्टीम इनहेलेशन): यह बंद नाक को खोलने और साइनस से जुड़ी परेशानी को कम करने में मदद कर सकता है।

2. पारंपरिक और आयुर्वेद-आधारित विकल्प

  1. च्यवनप्राश का सेवन: इसमें विटामिन C और जड़ी-बूटियों का संयोजन होता है, जो इम्यून सिस्टम को समर्थन दे सकता है।
  2. त्रिकटु चूर्ण: यह एक आयुर्वेदिक मिश्रण है जिसे परंपरागत रूप से बलगम निकालने और पाचन सुधारने के लिए प्रयोग किया जाता है।
  3. गिलोय का रस: कुछ अध्ययनों के अनुसार, यह हर्बल सप्लीमेंट प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने में सहायक हो सकता है।
  4. हल्दी वाला गर्म दूध: हल्दी में मौजूद करक्यूमिन में सूजन-रोधी और रोगाणुरोधी गुण पाए जाते हैं।

सर्दी-जुकाम के इलाज के लिए दवाएं

सर्दी-जुकाम के उपचार में विभिन्न दवाओं का उपयोग किया जाता है, जो लक्षणों को कम करने में सहायक होती हैं। इनमें शामिल हैं:

  1. पैरासिटामोल: बुखार और सिरदर्द को कम करता है।
  2. एंटीहिस्टामिन्स: एलर्जी से जुड़ी समस्या में राहत प्रदान करते हैं।
  3. नाक खोलने वाली दवाएं: नाक बंद होने की समस्या को कम करती हैं।
  4. विटामिन सी की गोलियां: इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मददगार होती हैं।

सर्दी-जुकाम किस विटामिन की कमी से होता है?

सर्दी-जुकाम अक्सर विटामिन C और D की कमी से जुड़ा होता है। विटामिन C एक प्रभावी एंटीऑक्सिडेंट है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर शरीर को वायरस से लड़ने में मदद करता है। वहीं, विटामिन D की कमी से प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर हो सकता है, जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। विटामिन D शरीर की संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है और सूजन को कम करता है। विटामिन C के लिए संतरा, नींबू, और आंवला जैसे फलों का सेवन करना चाहिए, जबकि विटामिन D के लिए सूरज की रोशनी लेना और आवश्यकतानुसार सप्लीमेंट्स का उपयोग करना लाभकारी होता है, जिससे सर्दी-जुकाम से बचाव संभव हो सके।

डॉक्टर को कब दिखाएँ?

अधिकतर सर्दी-जुकाम सामान्य होते हैं और घरेलू उपचार तथा सावधानियां अपनाकर 4-5 दिनों में ठीक हो जाते हैं। लेकिन यदि स्थिति गंभीर हो या सुधार न हो, तो चिकित्सकीय सलाह लेना आवश्यक हो जाता है। निम्नलिखित मामलों में डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है:

  • सर्दी-जुकाम 10 दिनों से अधिक समय तक बना रहे
  • बार-बार बुखार आना
  • सांस लेने में दिक्कत महसूस होना
  • सीने में दर्द होना

विशेषज्ञ उद्धरण

यदि सर्दी-जुकाम 10 दिन से अधिक समय तक बना रहे या सांस लेने में दिक्कत, बार-बार बुखार, या सीने में दर्द जैसे लक्षण महसूस हों, तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक है। ये लक्षण किसी गंभीर संक्रमण या अन्य स्वास्थ्य समस्या की ओर संकेत कर सकते हैं, जिन्हें समय पर पहचान कर सही उपचार लेना जरूरी होता है।

-Dr. Sachin Singh

निष्कर्ष

सर्दी-जुकाम एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो आमतौर पर खुद ही ठीक हो जाती है, लेकिन इसके सही प्रबंधन और जागरूकता से इससे होने वाली असुविधा को कम किया जा सकता है। संतुलित पोषण, पर्याप्त आराम, नियमित व्यायाम और व्यक्तिगत स्वच्छता का पालन करना इस स्थिति से बचाव में मददगार साबित होता है। साथ ही, संक्रमण से बचाव के लिए हाथ धोना और भीड़-भाड़ से बचना जरूरी है। यदि सर्दी-जुकाम के लक्षण 7-10 दिनों से अधिक समय तक बने रहें या सांस लेने में दिक्कत, बार-बार बुखार, या सीने में दर्द जैसे गंभीर लक्षण नजर आएं, तो तत्काल चिकित्सीय सलाह लेना आवश्यक है। समय पर उचित देखभाल से गंभीर जटिलताओं से बचा जा सकता है और स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखा जा सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

सर्दी-जुकाम सामान्यतः कितने दिनों में ठीक हो जाता है?

आम तौर पर सर्दी-जुकाम 7 से 10 दिनों के भीतर ठीक हो जाता है।

जुकाम होने पर शरीर में क्या बदलाव होते हैं?

जुकाम के दौरान श्वसन मार्ग में सूजन होती है और बलगम का उत्पादन बढ़ जाता है।

जुकाम क्यों होता है?

मुख्य कारण कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली और विटामिन C की कमी होती है।

सर्दी-जुकाम होने पर शरीर में क्या लक्षण दिखते हैं?

गले में खराश, नाक बंद होना, और सिरदर्द जैसी समस्याएं आम हैं।

बार-बार जुकाम आने का क्या कारण हो सकता है?

बार-बार सर्दी होने से अस्थमा और साइनसाइटिस जैसी जटिलताएं हो सकती हैं।

किस विटामिन की कमी से सर्दी और खांसी ज्यादा होती है?

विटामिन C और विटामिन D की कमी से सर्दी और खांसी की समस्या बढ़ सकती है।

क्या एक दिन में सर्दी-जुकाम ठीक किया जा सकता है?

एक दिन में इसे पूरी तरह ठीक करना मुश्किल है, लेकिन अदरक, शहद और भाप लेने जैसे घरेलू उपाय लक्षणों में राहत दे सकते हैं।

सर्दी-जुकाम में किस प्रकार का काढ़ा उपयोगी होता है?

तुलसी, अदरक, काली मिर्च और शहद से बना काढ़ा पीना लाभकारी होता है।

संदर्भ सूची

Select Category
Was this article useful?
47 people find this information helpful

Meet our Health Experts

View All
Dr. Nikhil Ambatkar
Dr. Nikhil Ambatkar

Ph.D, M.Tech, B.Tech

7 years
Dr. Sachin Singh
Dr. Sachin Singh

MBBS

6 years
Dr. Mandeep Chadha
Dr. Mandeep Chadha

MBBS, DNB (OBGY)

11 years
Amatul Ameen
Amatul Ameen

B. Pharm, MSc.

13 years
Amit Sharma
Amit Sharma

B. Pharm

4 years
Rohini Mankar
Rohini Mankar

Bsc. Zoology, Masters of Public Health

12 years
Dr. Divya Mandial
Dr. Divya Mandial

PhD in Chemistry

9 years
Dr. Sonia Gupta
Dr. Sonia Gupta

BDS

7 years
Saloni Bhardwaj Sharma
Saloni Bhardwaj Sharma

B.Pharm, M.Pharm

4 years
Dr. Chhavi Rosha
Dr. Chhavi Rosha

BAMS, FMC, MD Resident

9 years
Dr. Lakshmi Vaswani
Dr. Lakshmi Vaswani

MBBS, Diploma Pathology, MBA (Healthcare Services)

14 years

Follow us on

Disclaimer

Our healthcare experts have carefully reviewed and compiled the information presented here to ensure accuracy and trustworthiness. It is important to note that this information serves as a general overview of the topic and is for informational purposes only. It is not intended to diagnose, prevent, or cure any health problem. This page does not establish a doctor-patient relationship, nor does it replace the advice or consultation of a registered medical practitioner. We recommend seeking guidance from your registered medical practitioner for any questions or concerns regarding your medical condition.

Subscribe

Claim your complimentary health and fitness tips subscription and stay updated on our newest promotions.

Registered Office Address

Intellihealth Solutions Private Limited
Office Unit no. 1, 2, 5, & 7, 6th floor Urmi Corporate Park Solaris, Saki Vihar Rd, Opp. L&T Flyover, New Mhada Colony, Budhia Jadhav Wadi, Mumbai, Maharashtra 400072.
CIN: U62099MH2019PTC320566
Telephone:09240250346

Grievance Officer

Name: Chandrasekhar Swaminathan

Download Truemeds

Manage your health with ease Download Truemeds today!Get easy access to medicine refills, health information, and more. With our app, you'll never have to wait in line again. Download now and start taking control of your health.
Playstore
Apple App  Store

Contact Us

Our customer representative team is available 7 days a week from 9 am - 9 pm.


v4.0.2

copyright

2025 - Truemeds | All rights reserved. Our content is for informational purposes only. See additional information.

Trust Certified

Our Payment Partners

paymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartner
paymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartner