Home/Blog/Health Insights in Hindi/Health Conditions In Hindi/डिप्रेशन क्या है? जानिए इसके लक्षण, कारण और असरदार घरेलू उपचार

डिप्रेशन क्या है? जानिए इसके लक्षण, कारण और असरदार घरेलू उपचार

Last updated on : 12 May, 2025

Read time : 13 min

डिप्रेशन एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है जो व्यक्ति के विचारों, भावनाओं और दैनिक जीवन को प्रभावित करती है। यह केवल उदासी नहीं, बल्कि एक ऐसी स्थिति है जो जीवन के प्रति रुचि को कम कर देती है। डिप्रेशन के लक्षण जैसे थकान, चिंता, और नींद की समस्या आम हैं। इस लेख में हम डिप्रेशन क्या होता है, इसके लक्षण, कारण, और घरेलू उपचार पर विस्तार से चर्चा करेंगे। हमारा लक्ष्य आपको सरल और उपयोगी जानकारी देना है ताकि आप डिप्रेशन से निपट सकें और बेहतर मानसिक स्वास्थ्य की ओर कदम बढ़ा सकें।

डिप्रेशन क्या होता है? (What is Depression)

डिप्रेशन एक मानसिक स्वास्थ्य विकार है, जिसमें व्यक्ति लंबे समय तक उदास, निराश, और बेचैन महसूस करता है। यह मस्तिष्क में रासायनिक असंतुलन, विशेष रूप से सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर्स की कमी के कारण होता है। डिप्रेशन केवल भावनात्मक स्थिति नहीं है; यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, विश्व भर में 280 मिलियन से अधिक लोग डिप्रेशन से पीड़ित हैं। यह सभी उम्र और पृष्ठभूमि के लोगों को प्रभावित कर सकता है। डिप्रेशन का इलाज दवाओं, मनोचिकित्सा, और जीवनशैली में बदलाव के माध्यम से संभव है।

डिप्रेशन के लक्षण (Depression Symptoms)

डिप्रेशन के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन कुछ सामान्य संकेत इसे पहचानने में मदद करते हैं। निम्नलिखित प्रमुख लक्षण हैं:

1. मानसिक थकान और दुखी महसूस करना

डिप्रेशन में व्यक्ति लगातार उदास और निराश महसूस करता है। यह उदासी सामान्य दुख से अधिक गहरी होती है और बिना किसी स्पष्ट कारण के लंबे समय तक बनी रहती है। शोध में पाया गया कि 90% डिप्रेशन रोगियों में उदासी और मानसिक थकान प्रमुख लक्षण हैं। व्यक्ति जीवन में रुचि खो देता है और खुशी के क्षणों का आनंद नहीं ले पाता। यह स्थिति सामाजिक और कार्यस्थल की गतिविधियों को प्रभावित करती है। यदि उदासी 2 सप्ताह से अधिक समय तक बनी रहे, तो चिकित्सक से सलाह लेना जरूरी है।

2. चिंता और घबराहट

डिप्रेशन के लक्षण में चिंता और घबराहट शामिल हैं। व्यक्ति छोटी-छोटी बातों पर अत्यधिक चिंतित हो जाता है और बेचैनी महसूस करता है। शोध में पाया गया कि 70% डिप्रेशन रोगियों में चिंता एक सह-लक्षण है। यह स्थिति नींद, भूख, और एकाग्रता को प्रभावित करती है। घबराहट के कारण व्यक्ति सामाजिक संपर्क से बचने लगता है। ध्यान और योग इस स्थिति को कम करने में मदद कर सकते हैं। यदि चिंता गंभीर हो, तो मनोचिकित्सक से संपर्क करें।

3. नींद में समस्या

डिप्रेशन नींद के पैटर्न को बाधित करता है। कुछ लोगों को अनिद्रा (insomnia) होती है, जबकि अन्य अत्यधिक सोते हैं (hypersomnia)। शोध में पाया गया कि 80% डिप्रेशन रोगियों में नींद की समस्या होती है। नींद की कमी मानसिक और शारीरिक थकान को बढ़ाती है। अनिद्रा के कारण व्यक्ति दिन में सुस्त और चिड़चिड़ा महसूस करता है। नियमित दिनचर्या और रात में स्क्रीन टाइम कम करना नींद में सुधार कर सकता है। यदि नींद की समस्या 2 सप्ताह से अधिक बनी रहे, तो चिकित्सक से सलाह लें।

4. शारीरिक थकान

डिप्रेशन शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। व्यक्ति बिना किसी शारीरिक मेहनत के थका हुआ महसूस करता है। शोध में पाया गया कि 60% डिप्रेशन रोगियों में शारीरिक थकान और कमजोरी होती है। यह थकान मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, और कमजोरी के रूप में प्रकट हो सकती है। यह दैनिक कार्यों को पूरा करने में बाधा डालती है। व्यायाम और संतुलित आहार इस स्थिति को सुधार सकते हैं। यदि थकान गंभीर हो, तो चिकित्सक से जांच कराएँ।

5. अन्य लक्षण

अन्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • भूख में बदलाव: कुछ लोग कम खाते हैं, जबकि अन्य अत्यधिक खाते हैं।
  • एकाग्रता की कमी: ध्यान केंद्रित करने और निर्णय लेने में कठिनाई।
  • आत्मविश्वास की कमी: व्यक्ति खुद को बेकार समझने लगता है।
  • वैज्ञानिक आधार: शोध में पाया गया कि 50% रोगियों में भूख में बदलाव डिप्रेशन का लक्षण है।
  • लाभकारी लोग: सभी आयु वर्ग, विशेष रूप से किशोर और युवा।
  • उदाहरण: व्यक्ति सामाजिक कार्यक्रमों से बच सकता है।
  • सावधानी: लक्षण गंभीर होने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह लें।

डिप्रेशन के कारण (Depression Causes)

डिप्रेशन के कारण जैविक, मनोवैज्ञानिक, और सामाजिक कारकों का संयोजन हो सकते हैं। निम्नलिखित प्रमुख कारण हैं:

1. जैविक कारण

मस्तिष्क में रासायनिक असंतुलन, विशेष रूप से सेरोटोनिन, डोपामाइन, और नॉरपाइनफ्राइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर्स की कमी, डिप्रेशन का कारण बन सकती है। शोध में पाया गया कि 40% डिप्रेशन मामले जैविक कारकों से संबंधित हैं। थायराइड या विटामिन D की कमी भी डिप्रेशन को ट्रिगर कर सकती है। यह स्थिति दवाओं और जीवनशैली में बदलाव से सुधर सकती है। नियमित स्वास्थ्य जांच जैविक कारणों की पहचान में मदद करती है। चिकित्सक से सलाह लेना जरूरी है।

2. मानसिक तनाव

जीवन में तनावपूर्ण घटनाएँ जैसे नौकरी छूटना, रिश्तों में टूटन, या प्रियजन की मृत्यु डिप्रेशन का कारण बन सकती हैं। शोध में पाया गया कि 60% डिप्रेशन मामले तनाव से जुड़े हैं। लंबे समय तक तनाव कोर्टिसोल हार्मोन को बढ़ाता है, जो मस्तिष्क के मूड-नियंत्रण क्षेत्र को प्रभावित करता है। ध्यान, योग, और काउंसलिंग तनाव को कम कर सकते हैं। तनाव प्रबंधन के लिए समय पर मदद लेना महत्वपूर्ण है।

3. आनुवंशिकता

डिप्रेशन का पारिवारिक इतिहास इसके जोखिम को बढ़ाता है। यदि माता-पिता या भाई-बहन को डिप्रेशन रहा है, तो व्यक्ति को यह होने की संभावना अधिक होती है। शोध में पाया गया कि 30% डिप्रेशन मामले आनुवंशिक कारकों से संबंधित हैं। हालांकि, आनुवंशिकता अकेले डिप्रेशन का कारण नहीं है; पर्यावरणीय कारक भी भूमिका निभाते हैं। स्वस्थ जीवनशैली और समय पर चिकित्सा जोखिम को कम कर सकती है। परिवार में डिप्रेशन का इतिहास होने पर नियमित जांच कराएँ।

4. अन्य कारण

अन्य कारणों में शामिल हैं:

  • सामाजिक अलगाव: अकेलापन और सामाजिक संपर्क की कमी।
  • मादक पदार्थ: शराब या ड्रग्स का अत्यधिक उपयोग।
  • पुरानी बीमारियाँ: मधुमेह, कैंसर, या हृदय रोग।
  • वैज्ञानिक आधार: शोध में पाया गया कि सामाजिक अलगाव 20% डिप्रेशन मामलों का कारण है।
  • लाभकारी लोग: तनावग्रस्त, अकेले, या पुरानी बीमारी से पीड़ित लोग।
  • उदाहरण: नौकरी के दबाव से युवा डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं।
  • सावधानी: कारणों की पहचान के लिए चिकित्सक से सलाह लें।

डिप्रेशन का इलाज (Depression Treatment)

डिप्रेशन का इलाज दवाओं, मनोचिकित्सा, और जीवनशैली में बदलाव के संयोजन से किया जाता है। निम्नलिखित प्रमुख उपचार विधियाँ हैं:

1. दवाएँ

एंटीडिप्रेसेंट्स जैसे सेलेक्टिव सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर्स (SSRIs) और ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट्स मस्तिष्क में रासायनिक संतुलन को बहाल करते हैं। शोध में पाया गया कि एंटीडिप्रेसेंट्स 60-70% रोगियों में प्रभावी हैं। सामान्य दवाओं में फ्लुओक्सेटीन और सर्ट्रालाइन शामिल हैं। चिकित्सक की सलाह पर 4-6 सप्ताह तक दवाएँ लेनी पड़ सकती हैं। दवाओं के दुष्प्रभाव जैसे नींद की समस्या या मतली हो सकते हैं। बिना चिकित्सक की सलाह के दवाएँ बंद न करें।

2. मनोचिकित्सा

मनोचिकित्सा, जैसे कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (CBT) और इंटरपर्सनल थेरेपी (IPT), डिप्रेशन के लिए प्रभावी है। CBT नकारात्मक विचारों को बदलने में मदद करता है। शोध में पाया गया कि CBT 50-60% रोगियों में लक्षणों को कम करता है। साप्ताहिक सत्र 8-12 सप्ताह तक चल सकते हैं। यह किशोरों और वयस्कों दोनों के लिए उपयुक्त है। मनोचिकित्सक से नियमित सत्र लेना महत्वपूर्ण है। यह दवाओं के साथ संयोजन में अधिक प्रभावी हो सकता है।

3. जीवनशैली में बदलाव

जीवनशैली में बदलाव डिप्रेशन को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण हैं। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और पर्याप्त नींद मूड को बेहतर बनाते हैं। शोध में पाया गया कि 30 मिनट का दैनिक व्यायाम डिप्रेशन के लक्षणों को 20% कम करता है। विटामिन D और ओमेगा-3 युक्त आहार (जैसे मछली, अखरोट) भी लाभकारी हैं। नियमित दिनचर्या और सामाजिक गतिविधियाँ शामिल करें। दीर्घकालिक लाभ के लिए निरंतरता जरूरी है।

डिप्रेशन से बाहर कैसे निकलें

डिप्रेशन से उबरने के लिए सकारात्मक कदम और समर्थन महत्वपूर्ण हैं। निम्नलिखित उपाय मददगार हैं:

1. सकारात्मक सोच अपनाना

सकारात्मक सोच डिप्रेशन को कम करने में मदद करती है। नकारात्मक विचारों को पहचानें और उन्हें सकारात्मक विचारों से बदलें। शोध में पाया गया कि सकारात्मक सोच मूड को 15% सुधारती है। दैनिक आभार पत्रिका (gratitude journal) लिखें, जिसमें आप अच्छी चीजों को नोट करें। ध्यान और माइंडफुलनेस तकनीकें भी उपयोगी हैं। यह सभी आयु वर्ग के लिए उपयुक्त है। नियमित अभ्यास से 4-6 सप्ताह में सुधार दिख सकता है।

2. दोस्तों और परिवार से सहायता लेना

करीबी लोगों से बात करना डिप्रेशन को कम करता है। अपनी भावनाओं को साझा करने से मानसिक बोझ हल्का होता है। शोध में पाया गया कि सामाजिक समर्थन डिप्रेशन के लक्षणों को 25% कम करता है। दोस्तों या परिवार के साथ समय बिताएँ और उनकी मदद लें। समूह गतिविधियों या सपोर्ट ग्रुप में शामिल हों। यह किशोरों और वयस्कों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है। यदि सहायता नहीं मिलती, तो मनोचिकित्सक से संपर्क करें।

3. खुद को समय देना

खुद को समय देना और आराम करना डिप्रेशन से उबरने का एक प्रभावी तरीका है। अपनी पसंदीदा गतिविधियाँ जैसे पढ़ना, संगीत सुनना, या बागवानी करें। शोध में पाया गया कि शौक में समय बिताने से तनाव 20% कम होता है। छोटे लक्ष्य निर्धारित करें और उनकी पूर्ति पर खुद को पुरस्कृत करें। यह सभी आयु वर्ग के लिए उपयुक्त है। धैर्य रखें, क्योंकि डिप्रेशन से उबरने में समय लग सकता है।

डिप्रेशन का घरेलू उपचार (Home Remedies for Depression)

डिप्रेशन का घरेलू उपचार प्राकृतिक और सरल तरीकों से मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। निम्नलिखित उपाय प्रभावी हैं:

1. हर्बल चाय का सेवन

हर्बल चाय जैसे चमेली, तुलसी, या लैवेंडर मानसिक शांति प्रदान करती हैं। इनमें एंटी-स्ट्रेस गुण होते हैं जो तनाव और चिंता को कम करते हैं। 1 कप गर्म पानी में 1 चम्मच हर्बल चाय की पत्तियाँ डालें और 5 मिनट तक उबालें। दिन में 1-2 बार पिएँ। शोध में पाया गया कि लैवेंडर चाय चिंता को 15% कम करती है। यह सभी आयु वर्ग के लिए सुरक्षित है। 2-4 सप्ताह तक नियमित उपयोग से मूड में सुधार हो सकता है। ज्यादा चाय से नींद की समस्या हो सकती है।

2. ध्यान और योग

ध्यान और योग डिप्रेशन के लिए शक्तिशाली उपाय हैं। डिप्रेशन के लक्षण जैसे चिंता और मानसिक थकान को ध्यान कम करता है। प्राणायाम और भ्रामरी जैसे योगासन मस्तिष्क को शांत करते हैं। शोध में पाया गया कि 30 मिनट का दैनिक योग डिप्रेशन को 25% कम करता है। रोज़ 10-15 मिनट ध्यान करें और सप्ताह में 3-4 बार योग करें। यह किशोरों और वयस्कों के लिए उपयुक्त है। 4-6 सप्ताह में मानसिक शांति बढ़ सकती है। योग प्रशिक्षक की सलाह लें।

3. नियमित व्यायाम

नियमित व्यायाम एंडोर्फिन हार्मोन को बढ़ाता है, जो मूड को बेहतर बनाता है। टहलना, जॉगिंग, या साइकिलिंग जैसे व्यायाम डिप्रेशन को कम करते हैं। शोध में पाया गया कि 30 मिनट का दैनिक व्यायाम डिप्रेशन के लक्षणों को 20% कम करता है। सप्ताह में 5 दिन 20-30 मिनट व्यायाम करें। यह सभी आयु वर्ग के लिए उपयुक्त है। 4-6 सप्ताह में ऊर्जा और मूड में सुधार दिख सकता है। अत्यधिक व्यायाम से बचें।

4. संतुलित आहार

संतुलित आहार डिप्रेशन को नियंत्रित करने में मदद करता है। विटामिन B, D, और ओमेगा-3 युक्त खाद्य पदार्थ जैसे हरी सब्जियाँ, मछली, और अखरोट खाएँ। शोध में पाया गया कि ओमेगा-3 डिप्रेशन को 15% कम करता है। शक्कर और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचें। रोज़ 2-3 लीटर पानी पिएँ। यह सभी आयु वर्ग के लिए उपयुक्त है। 4-6 सप्ताह में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। पोषण विशेषज्ञ से सलाह लें।

5. अरोमाथेरेपी

लैवेंडर, रोज़, या चंदन जैसे आवश्यक तेलों की सुगंध तनाव और चिंता को कम करती है। 1-2 बूंद तेल को डिफ्यूज़र में डालें या तकिए पर छिड़कें। शोध में पाया गया कि अरोमाथेरेपी चिंता को 10% कम करती है। रात में उपयोग से नींद में सुधार हो सकता है। यह सभी आयु वर्ग के लिए सुरक्षित है। 2-4 सप्ताह में मूड में सुधार दिख सकता है। तेल की गुणवत्ता की जाँच करें।

निष्कर्ष

डिप्रेशन एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है जो उदासी, थकान, और चिंता जैसे लक्षणों के साथ प्रकट होती है। जैविक, मनोवैज्ञानिक, और सामाजिक कारक इसके कारण हो सकते हैं। डिप्रेशन का इलाज दवाओं, मनोचिकित्सा, और जीवनशैली में बदलाव से संभव है। डिप्रेशन से बाहर कैसे निकलें ? हर्बल चाय, योग, और सकारात्मक सोच जैसे घरेलू उपाय प्रभावी हैं। समय पर मदद और धैर्य के साथ डिप्रेशन से उबरना संभव है। गंभीर लक्षणों के लिए मनोचिकित्सक से सलाह लें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

डिप्रेशन के लक्षण क्या होते हैं?

डिप्रेशन के लक्षणों में लगातार उदासी, थकान, और रुचि की कमी शामिल है। नींद में बदलाव, भूख की कमी या अधिकता, और आत्मविश्वास में कमी भी आम है। व्यक्ति को चिड़चिड़ापन, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, और आत्मघाती विचार आ सकते हैं। शारीरिक लक्षण जैसे सिरदर्द या पेट दर्द भी हो सकते हैं।

डिप्रेशन का इलाज कैसे किया जाता है?

डिप्रेशन का इलाज मनोचिकित्सा (जैसे CBT), दवाइयों (एंटीडिप्रेसेंट्स), और जीवनशैली में बदलाव से किया जाता है। मनोवैज्ञानिक परामर्श भावनाओं को समझने और नकारात्मक विचारों को बदलने में मदद करता है। गंभीर मामलों में मनोचिकित्सक दवाइयाँ लिख सकते हैं। नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार, और सामाजिक सहयोग भी महत्वपूर्ण हैं।

डिप्रेशन से बाहर निकलने के उपाय क्या हैं?

डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए नियमित व्यायाम, ध्यान, और योग सहायक हैं। परिवार और दोस्तों से बातचीत और सहयोग लेना महत्वपूर्ण है। स्वस्थ नींद और संतुलित आहार लक्षणों को कम करते हैं। पेशेवर मदद जैसे काउंसलिंग या थेरेपी लेना सबसे प्रभावी उपाय है।

क्या डिप्रेशन को घरेलू उपचार से ठीक किया जा सकता है?

घरेलू उपचार जैसे ध्यान, व्यायाम, और हर्बल चाय (जैसे केमोमाइल) डिप्रेशन के हल्के लक्षणों को कम कर सकते हैं। ओमेगा-3 युक्त आहार और सूरज की रोशनी भी मूड सुधारती है। हालांकि, गंभीर डिप्रेशन के लिए ये उपाय पर्याप्त नहीं हैं। मनोचिकित्सक की सलाह और थेरेपी जरूरी है।

क्या डिप्रेशन का इलाज दवाइयों से संभव है?

हाँ, डिप्रेशन का इलाज एंटीडिप्रेसेंट दवाइयों से संभव है, जो मस्तिष्क में रसायनों को संतुलित करती हैं। इन्हें मनोचिकित्सक की सलाह पर लेना चाहिए, क्योंकि खुराक व्यक्ति पर निर्भर करती है। दवाइयों के साथ थेरेपी अधिक प्रभावी होती है। दवाइयों के दुष्प्रभावों के लिए डॉक्टर से परामर्श करें।

क्या डिप्रेशन से पूरी तरह उबरना संभव है?

हाँ, उचित उपचार और सहयोग से डिप्रेशन से पूरी तरह उबरना संभव है। मनोचिकित्सा, दवाइयाँ, और स्वस्थ जीवनशैली लक्षणों को नियंत्रित करती हैं। नियमित फॉलो-अप और तनाव प्रबंधन रिलैप्स को रोकते हैं। धैर्य और पेशेवर मदद से स्थायी सुधार संभव है।

Select Category
Was this article useful?
40 people find this information helpful

Meet our Health Experts

View All
Dr. Nikhil Ambatkar
Dr. Nikhil Ambatkar

Ph.D, M.Tech, B.Tech

7 years
Dr. Sachin Singh
Dr. Sachin Singh

MBBS

6 years
Dr. Mandeep Chadha
Dr. Mandeep Chadha

MBBS, DNB (OBGY)

11 years
Amatul Ameen
Amatul Ameen

B. Pharm, MSc.

13 years
Amit Sharma
Amit Sharma

B. Pharm

4 years
Rohini Mankar
Rohini Mankar

Bsc. Zoology, Masters of Public Health

12 years
Dr. Divya Mandial
Dr. Divya Mandial

PhD in Chemistry

9 years
Dr. Sonia Gupta
Dr. Sonia Gupta

BDS

7 years
Saloni Bhardwaj Sharma
Saloni Bhardwaj Sharma

B.Pharm, M.Pharm

4 years
Dr. Chhavi Rosha
Dr. Chhavi Rosha

BMS, FMC, MD Resident

9 years
Dr. Lakshmi Vaswani
Dr. Lakshmi Vaswani

MBBS, Dip.Pathology, MBA (Healthcare Services)

17 years

Follow us on

Disclaimer

Our healthcare experts have carefully reviewed and compiled the information presented here to ensure accuracy and trustworthiness. It is important to note that this information serves as a general overview of the topic and is for informational purposes only. It is not intended to diagnose, prevent, or cure any health problem. This page does not establish a doctor-patient relationship, nor does it replace the advice or consultation of a registered medical practitioner. We recommend seeking guidance from your registered medical practitioner for any questions or concerns regarding your medical condition.

Recent Articles

Subscribe

Claim your complimentary health and fitness tips subscription and stay updated on our newest promotions.

Registered Office Address

Intellihealth Solutions Private Limited
Office Unit no. 1, 2, 5, & 7, 6th floor Urmi Corporate Park Solaris, Saki Vihar Rd, Opp. L&T Flyover, New Mhada Colony, Budhia Jadhav Wadi, Mumbai, Maharashtra 400072.
CIN: U85320MH2019PTC320566
Telephone:09240250346

Grievance Officer

Name: Chandrasekhar Swaminathan

Download Truemeds

Manage your health with ease Download Truemeds today!Get easy access to medicine refills, health information, and more. With our app, you'll never have to wait in line again. Download now and start taking control of your health.
playstoreIcon

Contact Us

Our customer representative team is available 7 days a week from 9 am - 9 pm.


v3.7.13

copyright2025 - Truemeds | All rights reserved

Our Payment Partners

paymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartner
paymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartner